कल्पना कीजिए, आप प्लेन में बैठे हैं, इंजन की गर्जना गूंज रही है, रनवे पर तेज रफ्तार... और अचानक सब रुक जाता है! जी हाँ, उत्तर प्रदेश के लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर रविवार दोपहर ऐसा ही डरावना सीन हो गया। दिल्ली जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E-2111 रनवे पर दौड़ रही थी, लेकिन हवा में उड़ने से पहले ही रुक गई। विमान में समाजवादी पार्टी की सांसद और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव समेत 151 यात्री सवार थे। पायलट की फुर्ती से रनवे के आखिरी छोर से ठीक पहले प्लेन रुक गया, वरना बड़ा हादसा हो जाता
क्या हुआ आखिर?
सुबह 10:55 बजे दिल्ली के लिए रवाना होने वाली ये फ्लाइट रनवे पर पहुंची। तेज स्पीड पकड़ी, लेकिन इंजन को पर्याप्त थ्रस्ट (जोर) नहीं मिला। प्लेन हवा में नहीं उठ सका। कैप्टन ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाई और अबॉर्टेड टेकऑफ (उड़ान रद्द) का फैसला लिया। यात्रियों का दिल धक-धक कर रह गया। एक यात्री ने बताया, "एक जोरदार आवाज आई, लगा प्लेन क्रैश हो जाएगा। लेकिन पायलट सर ने चमत्कार कर दिया!"
डिंपल यादव और सपा के कुछ और नेता भी प्लेन में थे। सब सुरक्षित रहे, लेकिन घबराहट साफ दिख रही थी। एयरलाइन ने फटाफट दूसरी फ्लाइट की व्यवस्था की और सबको दिल्ली पहुंचा दिया। जांच चल रही है – क्या इंजन में खराबी थी या कुछ और?
सोशल मीडिया पर ये खबर वायरल हो गई। एक यूजर ने लिखा, "डिंपल जी की जान बच गई, लेकिन एविएशन सेफ्टी पर सवाल उठे। इंडिगो को और सतर्क रहना चाहिए!"
दूसरे ने कहा, "पायलट को सलाम! रनवे के किनारे रुकवाकर 151 परिवारों को खुशी लौटा दी।" कई ने डिंपल यादव की तस्वीर शेयर कर "भगवान की कृपा" बोला। लेकिन कुछ ने पूछा, "कितनी बार ऐसी खराबियां? यात्रियों की जान जोखिम में क्यों?"
हवा में खराबी का डर
ये पहली बार नहीं जब इंडिगो की फ्लाइट ने यात्रीों को डरा दिया। हाल ही में, 28 अगस्त को गुजरात के सूरत से दुबई जा रही इंडिगो फ्लाइट 6E-1507 में हवा में उड़ते हुए तकनीकी दिक्कत आ गई। प्लेन में 170 से ज्यादा यात्री सवार थे। पायलट ने फौरन फैसला लिया और अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया।
उड़ान भरने के बाद इंजन में खराबी का संकेत मिला। ये इमरजेंसी लैंडिंग नहीं थी, बल्कि सेफ्टी के लिए लिया गया कदम। सुबह 9:30 बजे सूरत से उड़ी फ्लाइट दोपहर 11 बजे अहमदाबाद में सुरक्षित उतरी। यात्रियों को कोई चोट नहीं आई। इंडिगो ने तुरंत दूसरा प्लेन दिया, जो दोपहर 1:30 बजे दुबई रवाना हुआ। एक अधिकारी ने कहा, "यात्रियों की सुरक्षा पहले, इसलिए ऐसा फैसला।"
ये दो घटनाएं बताती हैं कि हवाई यात्रा में पायलटों की भूमिका कितनी बड़ी है। लखनऊ में "टेकऑफ का ट्विस्ट" और सूरत में "हवा का हादसा" – दोनों में जानें बच गईं।