लंदन में एक भव्य पार्टी के दौरान ललित मोदी और विजय माल्या का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो में दोनों भगोड़े कारोबारी फ्रैंक सिनात्रा का मशहूर गाना “And now, the end is near” कराओके पर गाते हुए और ठहाके लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
इस पार्टी में 310 से अधिक मेहमान शामिल हुए, जिनमें अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के साथ-साथ वेस्ट इंडीज के क्रिकेटर क्रिस गेल भी मौजूद थे। खुद ललित मोदी ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे यह इंटरनेट पर जंगल में आग की तरह फैल गया।
ललित मोदी और विजय माल्या दोनों भारत में आर्थिक अपराधों के मामलों में वांछित हैं। ललित मोदी, जो 2010 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप के बाद देश छोड़ चुके हैं, उन पर मनी लॉन्ड्रिंग और FEMA (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के उल्लंघन के गंभीर आरोप हैं।
विजय माल्या, जिन्होंने 2016 में भारत छोड़ा था, किंगफिशर एयरलाइंस की विफलता और लगभग ₹900 करोड़ के बैंक घोटाले में प्रमुख आरोपी हैं।
दोनों को भारत की अदालतें भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर चुकी हैं। भारत सरकार ने उनके प्रत्यर्पण के प्रयास किए हैं, लेकिन वे अब भी ब्रिटेन में कानूनी शरण प्राप्त किए हुए हैं।
ब्रिटेन में चल रही है कानूनी लड़ाई
हाल ही में ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने विजय माल्या की दिवालिया आदेश के खिलाफ की गई अपील को खारिज कर दिया है, जिससे उनकी कानूनी स्थिति और कमजोर हुई है।
माल्या का दावा है कि भारत सरकार उनकी कुल ₹14,131 करोड़ की संपत्ति पहले ही जब्त कर चुकी है, जो उनके कर्ज से कहीं अधिक है।
वहीं, ललित मोदी का कहना है कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, “This too shall pass” – यानी "यह भी बीत जाएगा"।
लाइफस्टाइल पर नहीं पड़ा कोई असर
कानूनी लड़ाइयों और गंभीर आरोपों के बावजूद, दोनों की जीवनशैली पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। पार्टी में दिखी उनकी भव्यता, बेफिक्री और रुतबा यही दर्शाता है कि ये भगोड़े अभी भी अपने पुराने ठाठ-बाट से जिंदगी जी रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है – क्या भारतीय कानून व्यवस्था इन हाई-प्रोफाइल भगोड़ों को कभी भारत ला पाएगी? और क्या उनके खिलाफ न्यायिक कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया जा सकेगा?
जहां कुछ यूजर्स ने इस पार्टी को ‘अशोभनीय’ करार दिया, वहीं कुछ ने इसे भारत के लिए एक ‘कानूनी विफलता’ बताया। वीडियो पर हजारों लाइक, शेयर और टिप्पणियां हो चुकी हैं, और यह बहस जारी है कि कैसे देश के भगोड़े अपराधी विदेशों में आराम की जिंदगी जी रहे हैं।