प्रसिद्ध स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की है। यह एफआईआर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के खिलाफ उनके द्वारा की गई व्यंगात्मक टिप्पणी को लेकर दर्ज की गई थी। कामरा की ओर से यह याचिका उनके सीनियर वकील नवरोज सेरवाई और वकील अश्विन थूल ने दाखिल की है। याचिका पर सुनवाई जस्टिस सारंग कोतवाल और एसएम मोदक की खंडपीठ करेगी।
शिंदे पर तंज से शुरू हुआ विवाद
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब कुणाल कामरा ने एक शो के दौरान एकनाथ शिंदे के राजनीतिक करियर पर बॉलीवुड गाने की पैरोडी के ज़रिए तंज कसा। यह पैरोडी साल 2022 में शिंदे द्वारा उद्धव ठाकरे के खिलाफ की गई बगावत और महा विकास आघाड़ी सरकार को गिराने की पृष्ठभूमि पर आधारित थी। कामरा ने इस व्यंग्य को अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया पर 23 मार्च 2025 को साझा किया।
शो के वेन्यू पर हुई तोड़फोड़
वीडियो वायरल होते ही एकनाथ शिंदे के समर्थकों ने विरोध जताना शुरू किया। 24 मार्च को शिंदे गुट के शिवसैनिकों ने खार में स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब और होटल यूनिकॉन्टिनेंटल में तोड़फोड़ की, जहां यह शो रिकॉर्ड किया गया था। इस घटना के बाद विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया।
गिरफ्तारी की मांग और एफआईआर दर्ज
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कामरा पर शिंदे का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। खार पुलिस स्टेशन में कामरा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 356(2) (मानहानि) के तहत एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए तीन बार समन भेजा, लेकिन वह 5 अप्रैल को पेश नहीं हुए।
मुंबई के अलावा, जलगांव के मेयर, नासिक के एक होटल व्यवसायी, और एक व्यापारी ने भी कुणाल कामरा के खिलाफ शिकायतें दर्ज की हैं। इससे मामला और भी बड़ा हो गया है और अब यह मामला कोर्ट के दरवाजे तक पहुंच चुका है।