पश्चिम एशिया में इजरायल और ईरान के बीच वर्षों से चलने वाला छाया युद्ध अब खुली लड़ाई में बदल चुका है । अब हालात मिसाइल हमलों और तबाही में तब्दील हो चुके हैं । नुकसान इजारायल को भी हो रहा है लेकिन ईरान में खासकर राजधानी तेहरान में तबाही का मंजर है । इजरायल एक-एक करके ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों के साथ-साथ सामरिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण जगहों को निशाना बना रहा है । इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयम बरतने की अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील को खारिज करते हुए साफ-साफ कहा है कि ये हमले अभी नहीं रूकेंगे और आने वाले दिनों में इसकी तीव्रता और बढ़ेगी ।

ताजा हमले में ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी को मार गिराने का दावा
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि उसने ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी, मेजर जनरल अली शादेमानी को हवाई हमले में मार गिराया है। IDF के मुताबिक, मेजर जनरल अली शादेमानी, जो ईरान के खातम अल-अनबिया मुख्यालय के कमांडर थे, तेहरान में एक हवाई हमले में मारे गए । उन्हें हाल ही में मारे गए पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ गुलाम अली राशिद की जगह यह पद सौंपा गया था। शादेमानी को ईरानी सर्वोच्च नेता अली खामेनेई का बेहद करीबी माना जाता था।
इजरायली हमलों के जवाब में ईरान ने इजरायल के विभिन्न शहरों पर मिसाइल हमले किए हैं, जिससे और अधिक विस्फोटक हो गए हैं।

ईरान ने भी मिसाइलों से जोरदार हमले किए । हालांकि ज्यादातर मिसाइलों को इजरायली एयर डिफेंस ने हवा में ही नाकाम कर दिया, परन्तु कुछ मिसाइल एयर डिफेंस को चकमा देने में सफल रहे । ईरान की ओर से इजरायल में चार अलग-अलग स्थानों पर मिसाइलें दागी गईं। इनमें से एक हमला इजरायल के हर्जलिया शहर में हुआ, जहां एक आठ मंजिला इमारत गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही एक खाली बस में आग लग गई। तेल अवीव के उत्तरी क्षेत्र और कई अन्य शहरों में भी जोरदार धमाकों की बात कही जा रही है ।
इजरायल ने हाल ही में ईरान पर किए गए हमलों के वीडियो भी जारी किए हैं। इनमें तेहरान एयरपोर्ट पर तैनात ईरान के दो अमेरिकी-निर्मित F-14 टॉमकैट फाइटर जेट को नष्ट किए जाने का दावा किया गया है। ये विमान कथित तौर पर इजरायली विमानों को इंटरसेप्ट करने के लिए तैनात किए गए थे। इसके अतिरिक्त, इजरायली हमले में उन ठिकानों को भी निशाना बनाया गया जहां से ड्रोन लॉन्च किए जा रहे थे। ईरान ने भी एक इजरायली F-35 फाइटर प्लेन को मार गिराने का दावा किया है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है ।
ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों को स्मार्टफोन न रखने के निर्देश
इजरायल ने जिस तरह से हमलों में न सिर्फ सामरिक ठिकानों को बल्कि सेना के बड़े अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया है, उसके बाद बाद तेहरान ने शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने पास सेलफोन या स्मार्टफोन न रखें । आशंका है कि इन उपकरणों के माध्यम से इजरायल खुफिया एजेंसियां उनकी गतिविधियों को ट्रैक कर सकती हैं।
उधर इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का कहना है कि उसके पास ईरान में अत्यधिक सक्रिय और गहरे जड़ जमा चुके नेटवर्क मौजूद हैं ।

ट्रंप ने बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक
इजरायल और ईरान के बीच जारी लड़ाई पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गंभीर चिंता जताई है। लेकिन इसके बाद उन्होंने जो कहा है उससे ईरानी की परेशानी और बढञती दिख रही है । डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, "ईरान अब परमाणु हथियार हासिल करने के बेहद करीब है ।" उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तेहरान खाली करने और ईरान पर अमेरिका के साथ एक परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव बनाने को कहा है ।
इसको लेकर अमेरिका कितना गंभीर है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ट्रंप ने इस स्थिति को लेकर कनाडा में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन से लौटने का फैसला किया है और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है । जियो पॉलिटिक्स के कई जानकारों की राय है कि ईरान के पास अब ज्यादा विकल्प नहीं बचा है । यदि वह अमेरिका की बात नहीं मानता है तो उसके लिए तबाही का दायरा और बढ़ने की आशंका है ।