रेलवे का नया नियम: अब आधार वेरिफिकेशन जरूरी!

Authored By: News Corridors Desk | 16 Sep 2025, 07:42 PM
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भारतीय रेलवे ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे टिकट बुकिंग के लिए दलालों का झंझट खत्म हो जाएगा. अब सामान्य यात्रियों के टिकट पर कोई दलाल डाका नहीं डाल पाएगा, हैरान मत होइए सरकार का उद्देश्य है कि सबसे पहले हर सुविधा सामान्य यात्रियों को मिले न कि दलालों को इसीलिए अक्टूबर से ट्रेन रिजर्वेशन टिकट बुकिंग के नियम बदल दिए है।  अब जब भी रिजर्वेशन की खिड़की खुलेगी, शुरुआती 15 मिनट तक केवल कुछ ही यात्रिया बुकिंग कर पाएंगे, सुविधा का लाभ उठाने के लिए आधार वेरिफिकेशन क्यों है जरुरी? यह नया नियम किन दो वेबसाइट और एप्प पर लागू होंगे? पहले आधार वेरिफिकेशन की अनिवार्यता सिर्फ तत्काल टिकटों तक सीमित थी, लेकिन अब इसे सामान्य रिजर्वेशन में कैसे शामिल कर दिया गया है। 

1 अक्टूबर से रिज़र्वेशन टिकट बुकिंग के नियम बदल जाएंगे। नए नियम के अनुसार, जब भी रिज़र्वेशन की खिड़की खुलेगी तो शुरुआती 15 मिनट तक सिर्फ वही यात्री ऑनलाइन टिकट ले पाएंगे जिनका IRCTC अकाउंट आधार से वेरिफाइड होगा। यह नियम IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर समान रूप से लागू रहेगा। पहले आधार वेरिफिकेशन की शर्त केवल तत्काल टिकटों तक सीमित थी, लेकिन अब इसे सामान्य रिज़र्वेशन पर भी लागू किया जा रहा है। इस फैसले के पीछे रेलवे का मकसद साफ है कि टिकट बुकिंग की शुरुआती रेस में असली यात्रियों को प्राथमिकता दी जाए। अक्सर देखा गया है कि टिकट खुलते ही एजेंट या सॉफ़्टवेयर की मदद से सीटें पहले से बुक कर ली जाती हैं, जिससे आम यात्रियों को परेशानी होती है। अब आधार वेरिफिकेशन के जरिए केवल असली यात्री ही तुरंत टिकट बुक कर सकेंगे।

तत्काल टिकट बुकिंग में आधार लिंक्ड यूजर्स को बढ़त, रेलवे ने बदले नियम। 

रेल मंत्री ने साफ किया है, कि अब अगर आपका IRCTC अकाउंट आधार से लिंक है। तो आपको तत्काल टिकट बुक करने में पहले से ज्यादा फायदा मिलेगा। रेलवे का कहना है, कि इससे असली यात्रियों को टिकट आसानी से मिल सकेगा और दलालों की टिकटों की ब्लैकमार्केटिंग पर लगाम लगेगी। 

रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर टिकट बुकिंग की टाइमिंग में कोई बदलाव नहीं होगा।  वहीं, पहले जैसे ही, टिकट खुलने के बाद शुरुआती 10 मिनट तक रेलवे के अधिकृत एजेंट टिकट बुक नहीं कर पाएंगे।  यानी 15 मिनट आधार वेरिफाइड यूजर और उसके बाद भी 10 मिनट तक आम यात्री को एजेंट से ज्यादा प्राथमिकता मिलेगी। 

रेलवे ने सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स और IRCTC को तकनीकी बदलाव करने का आदेश दे दिया है।  इसके साथ ही यात्रियों को नए नियमों की जानकारी देने के लिए बड़े पैमाने पर कैंपेन चलाया जाएगा।  रेलवे मंत्रालय ने इस फैसले का सर्कुलर सभी डिविजन को भेज दिया है। 

आधार लिंकिंग से धोखाधड़ी रुकेगी! ई-टिकटिंग के लिए सुरक्षित कदम। 

इस बदलाव के बाद ऑनलाइन टिकटिंग में पारदर्शिता बढ़ने की उम्मीद है। सबसे बड़ा फायदा उन यात्रियों को मिलेगा जिन्हें कई बार एजेंट्स के कारण कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाता था। आधार लिंकिंग से एक ओर जहां धोखाधड़ी रुकेगी, वहीं असली यात्रियों को शुरुआती स्लॉट में सीट पाने का बेहतर मौका मिलेगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह कदम ई-टिकटिंग को और सुरक्षित बनाएगा और फर्जी अकाउंट से टिकट बुकिंग की प्रथा पर भी रोक लगाएगा। आने वाले समय में IRCTC आधार आधारित टिकटिंग को और मजबूत बनाने की योजना पर काम कर सकता है। 

और हां काउंटर से टिकट लेने वालों के लिए पुराने नियम ही रहेंगे और वहां बुकिंग प्रोसेस में कोई बदलाव नहीं होगा। रेलवे ने साफ कहा है कि ये नया नियम केवल ऑनलाइन रिजर्वेशन पर लागू होगा।