भारत जल्द बनेगा दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था, ट्रंप के 'डेड इकोनॉमी' वाले तंज पर पीएम का पलटवार

Authored By: News Corridors Desk | 02 Aug 2025, 04:29 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के उस तंज का करारा जवाब दिया है जिसमें उन्होंने द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था को 'डेड इकोनॉमी' कहा था । वाराणसी में एक मंच से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संदेश दिया उसकी गूंज दुनिया भर में सुनाई दे रही है । पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप का नाम लिए बिना कहा कि भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है ।

 उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया की अर्थव्यवस्था में अस्थिरता का माहौल दिखाई दे रहा है । हर देश अपने हितों का ध्यान रख रहे हैं । ऐसे में भारत को भी अपनी आर्थिक हितों को लेकर सजग रहना पड़ेगा । हमारे किसान, हमारे लघु उद्योग, युवाओं के रोजगार और उनके हित हमारे लिए सबसे उपर है । सरकार इसके लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है । 

स्वदेशी अभियान को सफल बनाने का संकल्प

पीएम मोदी ने देशवासियों से स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेने की भी अपील की । उन्होंने कहा कि, जो भी भारत का भला चाहता है, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से हो, उसे अपने मतभेदों को भुलाकर स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का संकल्प लेना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि,हमें वही चीज़ें खरीदनी चाहिए जो भारतीयों द्वारा बनाई गई हों । हमें ‘वोकल फॉर लोकल' बनना होगा, तभी देश तेजी से आगे बढ़ेगा।

प्रधानमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब भारत भी हर चीज को परखने के लिए सिर्फ एक ही तराजू इस्तेमाल करेगा और वो है, भारतीय पसीने से बनी चीजें । उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब देश का हर नागरिक, हर दुकानदार और हर उपभोक्ता इस मंत्र को अपनाए कि हम वही खरीदेंगे जो भारत में बना हो, जिसे भारतीय हाथों ने गढ़ा हो और जिसमें हमारे देश का पसीना हो । ये अब सिर्फ प्रचार या राजनीति का हिस्सा नहीं, बल्कि हर घर की संस्कृति बननी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी हर भारतवासी की है । 

व्यापारियों और दुकानदारों को विशेष संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के व्यापारिक वर्ग को भी सीधे संबोधित किया । उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हर दुकान, हर बाज़ार और हर ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर सिर्फ भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता मिले । प्रधानमंत्री ने कहा कि, अगर कोई देशसेवा करना चाहता है, तो सबसे पहले अपने व्यवसाय में स्वदेशी को अपनाए । हर बार जब घर में कोई नया सामान आए, तो वह भारत में बना हो । यही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। 

कुल मिलाकर वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि , भारत अब आलोचनाओं का जवाब तर्कों या नारों से नहीं, बल्कि मजबूत आर्थिक कदमों, जनभागीदारी और स्थिर विकास दर से देगा ।