पाकिस्तान की ओर से बीते 36 घंटों में सीमा पार मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। इन हमलों में पाकिस्तान ने 27 बार भारतीय क्षेत्रों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिनमें 15 सैन्य ठिकाने भी शामिल थे। हालांकि भारतीय सेना और वायु रक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया।
रक्षा मंत्रालय में हाई-लेवल बैठक जारी
शुक्रवार सुबह नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर सिंह शामिल हुए।
बैठक में सीमा पर वर्तमान सुरक्षा स्थिति, पाकिस्तान के हमलों की समीक्षा और भारत की जवाबी रणनीति पर विस्तार से चर्चा हो रही है।
‘कैलिब्रेटेड प्रिसाइज़ रिस्पॉन्स’ के तहत भारत का जवाब
सूत्रों के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए कैलिब्रेटेड प्रिसाइज़ रिस्पॉन्स दिया है। इसके तहत भारतीय वायु रक्षा प्रणाली में शामिल अपग्रेडेड L70 गन, ZU-23, और S-400 मिसाइल सिस्टम ने शानदार प्रदर्शन किया।
साथ ही सेना के कमांड, कंट्रोल और कम्युनिकेशन सिस्टम (C3) की भी व्यापक सराहना की जा रही है। इन तकनीकी उपायों ने हमलों को रोकने और जवाब देने में अहम भूमिका निभाई है।
जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट, LoC पर हालात गंभीर
पाकिस्तानी गोलाबारी से सबसे अधिक प्रभावित जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। श्रीनगर और सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। नियंत्रण रेखा (LoC) के पास जारी गोलाबारी में अब तक 18 नागरिकों की मौत हो चुकी है और कई मकानों को नुकसान पहुंचा है।
सावधानी के तौर पर सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है।