पाकिस्तान के करतूतों की खुली पोल : भारतीय सेना की मार से बचने के लिए नागरिक विमानों को बनाया ढाल

Authored By: News Corridors Desk | 09 May 2025, 09:00 PM
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भारत के ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान किस-किस तरह की करतूतों को अंजाम दे रहा है इसकी पोल विदेश मंत्रालय और सेना ने खोल दी है । शुक्रवार की शाम विदेश मंत्रालय की ओर से एक प्रेस ब्रीफिंग रखी गई । इसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जानकारी दी । 

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 8-9 मई की मध्यरात्रि को पाकिस्तानी सेना ने भारतीय वायुक्षेत्र का कई बार उल्लंघन किया । उसका इरादा पूरी पश्चिमी सेना के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का था जिसे पूरी तरह से विफल कर दिया गया । 

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि रात में पाकिस्तान के सशस्त्र UAV ने बठिंडा सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश की जिसे सेना ने अपने अचूक एयर डिफेंस सिस्टम विशेषकर S-400 से निष्क्रिय कर दिया । 

भारत ने दिया करारा जवाब

कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान की ओर से हमले के लिए जिन ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया उसके तुर्किये में बने होने के प्रारंभिक सबूत मिले हैं । भारत के एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा मार गिराए गए ड्रोन की प्रारंभिक फोरेंसिक जांच से पता चला है कि वे तुर्की निर्मित 'असिसगार्ड सोंगार' मॉडल थे, जिन्हें आमतौर पर निगरानी और सटीक हमलों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. । 

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तानी हमले का भारतीय वायुसेना ने तत्काल जवाब देते हुए काउंटर ड्रोन अटैक किया, जिसमें पाकिस्तान की सर्विलांस रडार प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया ।  

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और उधमपुर क्षेत्रों में भारी हथियारों और ड्रोनों से हमला किया गया, जिसमें भारतीय सैनिकों को कुछ चोटें आईं।

खुद को बचाने के लिए पाकिस्तान ने पैसेंजर प्लेन को बनाया ढाल

कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ तस्वीरों के जरिए यह भी बताया कि पाकिस्तान ने किस तरह से जानबूझकर अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को खुला रखा, ताकि वहां उड़ रहे पैसेंजर प्लेन हमलों के दौरान सुरक्षा कवच का काम करें । करांची और लाहौर जैसे शहरों में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उस समय चालू थीं । पाकिस्तान ने  आम नागरिकों की जान को खतरे में इसलिए डाला ताकि भारत अपना हमला रोक दे । 

विदेश सचिव मिसरी ने पाकिस्तान द्वारा सैन्य हमलों की योजना बनाते समय नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने को अंतरराष्ट्रीय नियमों और मानवाधिकारों का सीधा उल्लंघन बताया । भारत ने अपने जवाबी कदमों में संयम बरता और आम नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सराहना हो रही है ।

मामले को सांप्रादायिक रंग की पाकिस्तान की नापाक कोशिश 

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान ने पुंछ में गुरुद्वारे पर भी हमला किया जिसमें कुछ लोगों की मौत भी हुई । उन्होने बताया कि पाकिस्तान अपनी हरकतों को स्वीकार करने की बजाय दुष्प्रचार में लगा हुआ है । 

विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान ने यह बेतुका दावा किया कि भारतीय सशस्त्र बल अमृतसर जैसे अपने ही शहरों को निशाना बना रहे हैं और पाकिस्तान पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं । 

इतना ही नहीं पाकिस्तान ने मामले को सांप्रदायिक रंग देने की भी भरपूर कोशिश की । उसकी ओर से गलत सूचना फैलाई गई कि भारत ने ड्रोन हमले के जरिए ननकाना साहिब गुरुद्वारे को निशाना बनाया । हालांकि जल्द ही उसके झूठ की पोल खुल गई ।