प्लेन क्रैश में कैसे बचे जिंदा? रमेश विश्वास कुमार ने खुद बताया

Authored By: News Corridors Desk | 13 Jun 2025, 01:41 PM
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गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के दौरान सीधे एक अस्पताल के हॉस्टल से जा टकराई। धमाके, आग, धुएं और चीखों से भरा यह मंजर किसी भयानक फिल्म जैसा था। हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन इस त्रासदी के बीच एक चमत्कारिक जीवन बचा — रमेश विश्वास कुमार। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल पहुंचकर रमेश से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।

'मैं नीचे वाले हिस्से में था, शायद इसलिए...'

अस्पताल के बिस्तर पर लेटे रमेश विश्वास ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए अपनी आपबीती साझा की। उन्होंने बताया कि जैसे ही विमान ने रनवे पर गति पकड़नी शुरू की, कुछ अजीब-सा महसूस हुआ। “अचानक 5-10 सेकंड के लिए सब कुछ जैसे रुक गया। फिर अचानक तेज़ लाइट्स दिखीं और फिर तेज़ रफ्तार से विमान हॉस्टल की इमारत से टकरा गया।”

रमेश बताते हैं कि उनकी सीट विमान के उस हिस्से में थी जो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया। ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी और कई लोग वहीं फंस गए। “शायद मैं सीट समेत नीचे गिर गया था। दरवाजा टूटा था, सामने कुछ खाली जगह दिखी तो जैसे-तैसे रेंगते हुए बाहर निकला। अगर कुछ सेकंड और रुक जाता, तो शायद मैं भी नहीं बच पाता।”

रमेश की आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक बुजुर्ग दंपत्ति और कई अन्य यात्री जलते दिखे। वह बताते हैं कि बाहर निकलते ही विमान में लगी आग फैलने लगी थी। रमेश का बायां हाथ गंभीर रूप से जल गया, लेकिन उन्होंने अपनी जान बचा ली।

भाई अजय का अब तक कुछ पता नहीं

रमेश के साथ उनके भाई अजय भी फ्लाइट में थे। रमेश के लंदन निवासी परिवार से आजतक ने बात की। उनके छोटे भाई नयन ने बताया कि रमेश से अस्पताल में बात हुई है, वे फिलहाल ठीक हैं। लेकिन अजय के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। “हम लगातार इंतजार कर रहे हैं। अगली फ्लाइट से भारत रवाना हो रहे हैं। उम्मीद है अजय के बारे में कोई अच्छी खबर मिले।”

रमेश के माता-पिता और पत्नी गहरे सदमे में हैं। रमेश के बच जाने से जहां परिवार को संतोष है, वहीं अजय की कोई खबर न मिल पाने की वजह से बेचैनी बढ़ती जा रही है। मोहल्ले के लोग, पड़ोसी और मित्र सभी इस भयावह हादसे से स्तब्ध हैं।