आज से ठीक एक साल पहले, 2 जुलाई 2024 को हाथरस जिले के फुलरई गांव में एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ था, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। साल 2024 की सबसे बड़ी त्रासदियों में शामिल उस हादसे में 121 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक लोग घायल हो गए थे । लेकिन जिन परिवारों ने अपनों को खोया, उन्हें अब तक इंसाफ नहीं मिल पाया है ।
एक साल पहले फुलरई गांव में क्या हुआ था ?
2 जुलाई 2024 को फुलरई गांव में भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। इसमें भाग लेने के लिए हजारों की संख्या में दूर-दूर से लोग पहुंचे थे । सत्संग खत्म होने के बाद बाबा के दर्शन और चरण धूलि लेने के लिए भीड़ अचानक बेकाबू हो गई। भगदड़ में कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े और कुचले गए। जब तक हालात पर काबू पाया गया, तब तक 121 लोगों की जान जा चुकी थी और 150 घायल हो चुके थे ।
एक साल में कहां तक पहुंची जांच ?
इस मामले में पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। ये सभी आरोपी करीब 11 महीने जेल में रहने के बाद अब जमानत पर बाहर हैं। पुलिस का कहना है कि अभी जांच पूरी नहीं हुई है और 71 अन्य लोगों पर भी शक है। उनके खिलाफ भी आने वाले समय में चार्जशीट दाखिल की जा सकती है।
पुलिस ने करीब 3200 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है । इसमें 676 लोगों को गवाह बनाया गया है। खास बात यह है कि निरंकार साकार हरि उर्फ भोले बाबा के खिलाफ पुलिस ने अब तक कोई केस दर्ज नहीं किया है। इतने बड़े हादसे के बावजूद साकार हरि को पुलिस की तरफ से जिस तरह क्लीन चिट दी गई है उसको लेकर भी सवाल उठ रहे हैं ।
पीड़ित परिवारों की व्यथा
इस हादसे में जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया, उनकी पीड़ा आज भी वैसी ही है जैसी एक साल पहले थी । उन्हें अब तक न तो पूरी तरह से न्याय मिला है और न ही कोई मुआवजा या ठोस सहायता ।