गुजरात की सियासत में आज एक नया अध्याय शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में 26 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। इसमें 19 नए चेहरे शामिल हैं. गांधीनगर के महात्मा मंदिर में सुबह 11:30 बजे आयोजित इस भव्य समारोह ने पूरे राज्य का ध्यान खींचा। यह बदलाव 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रणनीति का अहम हिस्सा है। आइए, इस बड़े सियासी कदम की पूरी कहानी जानते हैं।
क्या हुआ?
गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025 को गुजरात सरकार के सभी 16 मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंप दिए। यह सामूहिक इस्तीफा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विचार-विमर्श के बाद लिया गया। अगले दिन, 17 अक्टूबर को, सीएम भूपेंद्र पटेल ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की और नए मंत्रिमंडल की सूची सौंपी। आज सुबह हुए शपथ ग्रहण समारोह में 26 नए मंत्रियों को शामिल किया गया। इस तरह, मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल की कुल संख्या 27 हो गई, जो गुजरात विधानसभा की अधिकतम सीमा के अनुरूप है।
नए मंत्रिमंडल की खासियत:
इस बार के मंत्रिमंडल में युवा चेहरों, महिलाओं और आदिवासी नेताओं को खास तवज्जो दी गई है। पटेल की टीम में तीन महिलाओं को शामिल किया गया है.
नवनियुक्त मंत्रियों की सूची
1 श्री भूपेन्द्रभाई रजनीकांत पटेल 91 – घाटलोडिया
2 श्री नितिनभाई वीरजीभाई चंगाणी 4 – अमरेली
3 श्री स्वयमजी सरदारसिंह ठाकोर 7 – वाव
4 श्री प्रवीणकुमार गोरेलालजी माली 13 – दीसा
5 श्री रमेशभाई गणेशभाई पटेल 22 – विसनगर
6 श्री पी. टी. बराड़ 30 – मितियो (अनुसूचित जनजाति)
7 श्रीमती दर्शना एम. वाघेला 55 – असारवा (अनुसूचित जाति)
8 श्री कालिदास शंभूलाल आमृतिया 65 – मोरबी
9 श्री कुवरजीभाई मोहनलाल बावलिया 92 – जसदण
10 श्रीमती रिभाबा रविन्द्रसिंह जडेजा 98 – जामनगर उत्तर
11 श्री अर्जुनभाई ढालाजी मोढवाडिया 78 – पोरबंदर
12 डॉ. प्रद्युम्नभाई भट्ट 62 – कोडिनार (अनुसूचित जाति)
13 श्री कीरीट कांतिलाल वेकरिया 68 – अमरेली
14 श्री परेशनाथभाई एम. सोलंकी 103 – भावनगर ग्राम्य
15 श्री जितेन्द्रभाई सवजिभाई वाघाणी 105 – भावनगर पश्चिम
16 श्री रमणभाई भीखाभाई सोळंकी 108 – बोटाद
17 श्री कमलेशभाई रमेशभाई पटेल 113 – पेटलाद
18 श्री संजयसिंह विजयसिंह मोरी 118 – मुधा
19 श्री रमेशभाई तुराभाई धरिया 128 – कपूरा (अनुसूचित जनजाति)
20 श्रीमती मनीषा राजवीरभाई वकील 141 – वडोदरा शहर (अनुसूचित जाति)
21 श्री ईश्वरसिंह ठाकोरसिंह पटेल 145 – अंकेलेश्वर
22 श्री मुकुल पाणसोरिया 158 – काकरेज
23 श्री हर्ष रमेशभाई संघवी 159 – मणिनगर
24 डॉ. जयरामभाई एमेलाल गमित 172 – निजर (अनुसूचित जनजाति)
25 श्री नेरशभाई मघनभाई पटेल 193 – गालथी (अनुसूचित जनजाति)
26 श्री कुनुभाई मोहनलाल देसाई 200 – पारडी
क्यों हुआ यह बदलाव?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह मंत्रिमंडल विस्तार 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी है। भाजपा ने पहले भी 2021 में ‘नो-रीपीट’ नीति अपनाई थी, जिसमें पुराने मंत्रियों को हटाकर नए चेहरों को मौका दिया गया था। इस बार भी यही रणनीति दिख रही है। कुछ चर्चाएं थीं कि अल्पेश ठाकोर जैसे प्रभावशाली नेता मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं, लेकिन अंतिम सूची में बदलाव हुए। यह कदम भाजपा की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वह नए और ऊर्जावान चेहरों को सामने लाकर जनता के बीच अपनी छवि को तरोताजा करना चाहती है।
शपथ समारोह का माहौल:
गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई। समारोह में भाजपा के शीर्ष नेता मौजूद थे, जिससे इस बदलाव की अहमियत साफ झलकती है।
आगे की राह:
भूपेंद्र पटेल की नई टीम अब गुजरात को विकास और समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है। यह मंत्रिमंडल न केवल सियासी समीकरणों को मजबूत करेगा, बल्कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश भी करेगा। क्या यह बदलाव 2027 में भाजपा को फिर से सत्ता में लाएगा? यह सवाल अभी खुला है, लेकिन इस नए मंत्रिमंडल ने गुजरात की सियासत में नई हलचल जरूर पैदा कर दी है।