उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थित शारदा यूनिवर्सिटी कैंपस में एक छात्रा की मौत के बाद से हंगामा मचा हुआ है । यूनिवर्सिटी के एक गर्ल्स हॉस्टल में शुक्रवार देर रात 21 साल की छात्रा ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली । मृतक छात्रा का नाम ज्योति शर्मा था और वह गुरुग्राम की रहने वाली थी ।
पुलिस के मुताबिक बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति का एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें डेंटल विभाग के एक पुरुष और एक महिला शिक्षक पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है । मृतक छात्रा के माता-पिता की ओर से मामला दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपी शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया है । उधर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उत्पीड़न मामले में आरोपी दोनों शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है ।
ज्योति शर्मा ने सुसाइड नोट में क्या लिखा ?
मृतक छात्रा ज्योति शर्मा ने इंग्लिश में लिखे सुसाइड नोट में कहा है- 'अगर मेरी मौत हुई तो इसके लिए पीसीपी और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे । महेंद्र सर और शार्ग मैम मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। मैं चाहती हूं कि वे जेल जाएं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उन्होंने मुझे अपमानित किया। मैं उनकी वजह से लंबे समय से डिप्रेशन में हूं। मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यही सब सहना पड़े। सॉरी... मैं अब और नहीं जी सकती ।'
ज्योति की मौत की जानकारी मिलने के बाद थाना नॉलेज पार्क पुलिस जब मंडेला गर्ल्स हॉस्टल के12वें फ्लोर पर पहुंची, तो कमरे में उसका शव पंखे से लटका मिला । पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आगे की जांच जारी है ।

इससे पहले जैसे इस घटना की खबर फैली , यूनिवर्सिटी में छात्रों ने जमकर हंगामा किया और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की । इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच नोंकझोक भी हुई । शनिवार की सुबह भी लोग धरने पर बैठ गए और विरोध प्रदर्शन जारी रहा । छात्रों की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाए ।
मृतक छात्रा की मां ने लगाए बेहद गंभीर आरोप
घटना की सूचना मिलने पर छात्रा के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। मृतक छात्रा की मां ने कहा कि, उनकी बेटी को मारा गया है । उन्होंने कहा कि उनकी बेटी को शिक्षकों की तरफ से कहा जाता था कि तुम तो खुद सिग्नेचर कर लेती हो, हमारी जरूरत क्या है? हम तुम्हें फेल कर देंगे ।
ज्योति की मां ने कहा कि, मेरी बेटी मेरे और अपने पापा को दिन में 3 से 5 बार कॉल करती थी, लेकिन कल उसका सिर्फ एक बार कॉल आया । सुबह जब वह स्कूल गई तब उसने मेरे पास कॉल किया था । लेकिन 4 बजे स्कूल से आने के बाद कॉल नहीं किया तो 5 बजे मैंने उसके पास कॉल किया परन्तु उसने फोन नहीं उठाया ।
फेक साइन करने का आरोप लगने से काफी परेशान रहती थी ज्योति
ज्योति के सहपाठियों ने कहा कि उसके ऊपर एक फेक साइन करने का आरोप लगाया गया था । इसके बाद से वह काफी परेशान रहती थी । छात्रों के मुताबिक उसे गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को 3 दिन से पीसीपी डिपार्टमेंट से भगाया गया । एचओडी को फाइल दी गई तो उन्होंने पेरेंट्स को बुलाने के लिए कहा । सोमवार को ज्योति के पेरेंट्स आए तो ज्योति को उसकी फाइल मिल गई ।
कई स्टुडेंट्स ने बताया कि उसे फेल करने की धमकी दी जा रही थी और शुक्रवार शाम को वह बहुत रो रही थी । ज्योति की सुसाइड के बाद कैंपस की कई छात्राओं से यूनिवर्सिटी में पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं ।
पूरे मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से भी बयान आया है । पीआरओ डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि अभी 2 शिक्षकों को सस्पेंड किया गया है । जांच के लिए एक कमेटी भी बनाई गई है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने कहा कि छात्रा ने सुसाइड किया है । हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं ।