केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आज राज्यसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक, 2024 पेश किया। उन्होंने बताया कि यह विधेयक सभी संबंधित पक्षों से चर्चा के बाद तैयार किया गया है और इसे लेकर 1 करोड़ से अधिक लोगों ने अपने सुझाव दिए हैं। इससे पहले, लोकसभा में करीब 12 घंटे तक गहन चर्चा के बाद इस विधेयक को पारित किया गया था, जहां इसके समर्थन में 288 और विरोध में 232 वोट पड़े थे। अब राज्यसभा में इस विधेयक पर बहस जारी है।

लोकतांत्रिक मानदंडों का पालन कर रही सरकार - जे.पी. नड्डा
वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 को लेकर राज्यसभा में चर्चा के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन और सुधार लाना है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार लोकतांत्रिक मानदंडों का पालन कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि विपक्ष की मांग पर जॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी (जेपीसी) का गठन किया गया था, जिसमें 31 सदस्य शामिल हैं और 36 बैठकों में 200 घंटे से अधिक चर्चा की गई।
मनोज झा ने प्रेमचंद की 'ईदगाह' से जोड़ा मुद्दा
राज्यसभा में चर्चा के दौरान आरजेडी सांसद मनोज झा ने मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी 'ईदगाह' का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत में हिंदू-मुसलमानों की आपसी सह-अस्तित्व की आदत रही है और इसे बदला नहीं जाना चाहिए। उन्होंने समाज में बढ़ती असहिष्णुता पर चिंता जताई और कहा कि लोकतंत्र में अधिकारों की रक्षा जरूरी है।
संजय सिंह का आरोप - सरकार अधिकार छीन रही है
आप सांसद संजय सिंह ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वक्फ बिल संविधान के खिलाफ है और सरकार इस कानून के माध्यम से अल्पसंख्यकों के अधिकारों को छीन रही है। उन्होंने उदय प्रताप की कविता का हवाला देते हुए कहा कि भारत सभी का है और यहां सभी का योगदान समान है।
वक्फ बोर्ड की तुलना 'पुरानी फिल्मों के गुंडों' से - राधा मोहन दास अग्रवाल
बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने वक्फ बोर्ड की तुलना पुरानी फिल्मों के गुंडों से करते हुए कहा कि जिस तरह फिल्मों में गुंडे किसी चीज पर कब्जा कर लेते थे, उसी तरह वक्फ बोर्ड भी संपत्तियों पर दावा करता था। उन्होंने वक्फ बाई यूजर को इस समस्या की जड़ बताया और इसे समाप्त करने की आवश्यकता जताई।
नासिर हुसैन का आरोप - ध्रुवीकरण का टूल है बिल
कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि यह विधेयक पूरी तरह से एक 'फेक नैरेटिव' पर आधारित है और बीजेपी इसे ध्रुवीकरण के लिए इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि पिछले 10 वर्षों में उसने इस विषय पर क्या ठोस कदम उठाए हैं।
मुसलमानों के हितों की रक्षा का दावा - किरेन रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह बिल मुसलमानों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है, बल्कि वक्फ बोर्ड को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा कि अगर सभी मिलकर काम करें तो आने वाले 3-4 वर्षों में करोड़ों मुसलमानों की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वक्फ बाई यूजर के तहत पहले से तय संपत्तियों को कोई नुकसान नहीं होगा।
किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में बताया कि वर्तमान में देश में 8.72 लाख वक्फ संपत्तियां मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि 2006 में सच्चर समिति ने 4.9 लाख वक्फ संपत्तियों से 12,000 करोड़ रुपये की वार्षिक आय का अनुमान लगाया था, और आज यह आंकड़ा और अधिक हो सकता है। उन्होंने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों से इस विधेयक का समर्थन करने की अपील की।