एक मामूली सी चार्जिंग केबल, और एक बड़ा दिल – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का विनम्रता से भरा व्यवहार सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को एहसास हुआ कि वह एक सह-यात्री की चार्जिंग केबल लौटाना भूल गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
घटना दिल्ली से दुबई जाने वाली एमिरेट्स की फ्लाइट की है, जहां नोएडा निवासी दीपक कपूर ने उन्हें मोबाइल चार्ज करने के लिए अपना चार्जर दिया था। दुबई में कपूर फ्लाइट से उतर गए, जबकि मुख्यमंत्री सो रहे थे और गलती से चार्जर अपने साथ एम्स्टर्डम ले गए।
सोशल मीडिया पर मांगी माफी, असम पुलिस को लगाया काम पर
मुख्यमंत्री सरमा ने इस पूरे वाकये को अपने X (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर साझा किया और कहा कि उन्हें इस भूल पर बेहद खेद है। उन्होंने असम पुलिस से अनुरोध किया कि वे उस सज्जन व्यक्ति की पहचान कर उन्हें खोजें। सरमा ने पोस्ट में लिखा, "मेरी अपील पर असम पुलिस ने तत्परता से काम करते हुए दीपक कपूर जी का पता लगा लिया है।"
मुख्यमंत्री सरमा ने दीपक कपूर से व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया और उनसे माफी मांगी। उन्होंने वादा किया कि वह चार्जर उनके नोएडा स्थित निवास पर भिजवा देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना उनके लिए एक सीख है कि किसी की चीज़ को अनजाने में भी अपने पास रख लेना असहजता का कारण बन सकता है।
दीपक कपूर का जवाब: "कोई जरूरत नहीं"
जब मुख्यमंत्री सरमा ने चार्जर वापस भेजने की बात कही, तो दीपक कपूर ने बड़ी विनम्रता से कहा कि इसकी आवश्यकता नहीं है। उन्होंने सीएम की भावनाओं और ईमानदारी की सराहना की। यह विनम्र संवाद आम जनता के दिलों में जगह बना रहा है।
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने मुख्यमंत्री सरमा की ईमानदारी और संवेदनशीलता की जमकर तारीफ की। लोगों ने लिखा कि यह घटना दिखाती है कि एक बड़ा पद भी किसी इंसान को छोटा नहीं बना सकता, यदि उसमें विनम्रता और नैतिकता हो।