पूर्व वित्त मंत्री और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 26/11 के हमले के बाद भारत ने अमेरिका के दबाव में आकर पाकिस्तान पर हमला नहीं किया था. इस सच के सामने आने के बाद राहुल गांधी के नरेंद्र-सरेंडर मुहिम की हवा निकल गई. ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस के उठाए सारे सवाल बेमानी हो गए. तो आख़िर पी चिदंबरम ने और क्या क्या कहा जो कांग्रेस को नुक़सान पहुंचा सकता है और बीजेपी की बांछे खिला सकता है चलिए जानते हैं
पी चिदंबरम का पाकिस्तान पर बड़ा खुलासा
पी. चिदंबरम ने खुलासा किया है कि 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के बाद तत्कालीन यूपीए सरकार भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव में थी. पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं की गई. चिदंबरम ने कहा मेरे मन में बदला लेने का विचार आया, लेकिन सरकार इससे सहमत नहीं थी.अपनी बात को और साफ़ करते हुए वो कहते हैं. मैं गृहमंत्री उस दिन बना जब आतंकवादियों को मार दिया गया था. मुझे लगता है कि वह रविवार का दिन था, जब मुझे प्रधानमंत्री ने बुलाया. मुझे कहा गया कि आपको वित्त से गृह मंत्रालय भेजा जा रहा है, लेकिन मैं इसके लिए तैयार नहीं था. उन्होंने कहा कि हम फैसला कर चुके हैं.
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ क्यों नहीं की गई कार्रवाई ?
चिदंबरम ने कहा, मैं जब गृहमंत्री बना तो मुझे सुरक्षा बलों,खुफिया एजेंसियों और खुफिया एजेंसियों द्वारा पाकिस्तान और पड़ोस में बनाए गए संसाधनों की कोई जानकारी नहीं थी. लेकिन मेरे मन में था कि बदला लेना चाहिए. मैंने प्रधानमंत्री और बाकी लोगों से इस पर चर्चा की, लेकिन नतीजा MEA और IFS के विचार से प्रभावित हुआ और तय हुआ कि हमें स्थिति पर सीधे प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए, इसकी जगह कूटनीतिक तरीका अपनाना चाहिए.
चिदंबरम के खुलासे पर बीजेपी ने कांग्रेस को घेर
भाजपा ने कांग्रेस को घेरा- भारतीय जनता पार्टी ने चितंबरम के बयान के बाद कांग्रेस को घेरा है. बीजेपी ने कहा पूर्व गृहमंत्री ने 17 सालों बाद जो बात मानी है वो बात देश पहले से ही समझता और जानता है. कांग्रेस सरकार ने विदेशी ताकतों के दबाव की वजह से 26/11 के हमले का जवाब नहीं दिया. अब सच स्वीकार करने में बहुत देर हो चुकी है.