बीजेपी नेता ने राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी: राजनीति का गिरता स्तर

Authored By: News Corridors Desk | 03 Oct 2025, 01:31 PM
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हाल ही में बिहार की एक टीवी डिबेट में भाजपा प्रवक्ता पिंटू महादेव ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी दी, जो राजनीतिक शिष्टाचार और लोकतंत्र के लिए एक बड़ा चिंता का विषय है। इस घटना ने राजनीतिक वातावरण की गंभीरता और नेतृत्व के बीच बिगड़ते संवाद का एक और उदाहरण पेश किया है।

राजनीति में अभद्र भाषा और हिंसा का बढ़ता चलन

अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार संसद में चेतावनी दी थी कि एक दिन ऐसा आएगा जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता आपस में बातचीत करने से डरेंगे। आज वह दिन तेजी से करीब आता दिख रहा है। चाहे प्रधानमंत्री मोदी की मां को खुलेआम गाली दी जाए या नेता प्रतिपक्ष को गोली मारने की धमकी दी जाए — ये सभी घटनाएं राजनीति के स्तर की गिरावट को दर्शाती हैं। विचारों की लड़ाई की जगह अब हिंसा और धमकियों ने ले ली है, जो लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है।

पिंटू महादेव का विवादित बयान और कांग्रेस की प्रतिक्रिया

केरल के एक चैनल पर चल रही बहस के दौरान, भाजपा प्रवक्ता पिंटू महादेव ने जोश में आकर राहुल गांधी को गोली मारने की बात कह दी। इस बयान के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर तीखा हमला किया है। कांग्रेस का कहना है कि जो लोग राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी के खिलाफ हिंसा को देख चुके हैं, उनसे लोकतंत्र की उम्मीद करना मुश्किल है। कांग्रेस ने इसे ‘गनतंत्र’ की मानसिकता करार दिया और भाजपा पर दबाव डाला कि वह ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।

लोकतंत्र बनाम गनतंत्र: आवाज़ दबाने की प्रवृत्ति

राजनीतिक विरोध का हिंसक स्वरूप लोकतंत्र के लिए खतरा है। जब विपक्ष की आवाज़ को धमकी और हिंसा के जरिए दबाने की कोशिश की जाती है, तो यह लोकतंत्र की जड़ें कमजोर करता है। ऐसे बयान न केवल राजनीतिक वातावरण को विषाक्त बनाते हैं, बल्कि समाज में भी विभाजन और तनाव बढ़ाते हैं। लोकतंत्र में विभिन्न मतों और विचारों का सम्मान होना चाहिए, न कि हिंसा और धमकियों का बोलबाला।

अब सवाल ये उठता है कि…

क्या भाजपा ऐसी भाषा बोलने वाले नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी? क्या राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को सभ्य संवाद का पाठ पढ़ाएंगे? और सबसे अहम, क्या देश की जनता इस तरह की राजनीति को बर्दाश्त करेगी?