बिहार चुनाव के बीच एक ऐसी वायरल ऑडियो सामने आ रही है जिसके बाद सांसद पप्पू यादव सुर्खियों में आ गए है, ऑडियो भी ऐसी जिसमें वे एनएचएआई के एंबुलेंस विभाग के एक पदाधिकारी शेखर झा से गाली-गलौज कर रहे हैं। इस मामले के बाद सियासत तेज हो गई है।
बताते चले कि आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र का भी अभी हाल ही में कुछ दिनों पहले एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो पंचायत सचिव को किसी काम के लिए फोन करते है, लेकिन बात करते ही सचिव ने कुच इस तरह से बात की जिसके बाद विधायक आग बबूला हो गए इतना ही नहीं ये मामला इतना आगे पहुंच गया जिसके बाद बात थाने तक पहुंच गई थी। अब इसी तरह से पप्पू यादव का भी एक ऑडियो देखा जा रहा है जिसमें सांसद एनएचएआई के एंबुलेंस विभाग के एक पदाधिकारी से गाली-गलौज करते पाए गए। बताते चले कि पदाधिकारी का नाम शेखर झा है, जोकि दरभंगा में एनएचएआई के एंबुलेंस से संबंधित कामकाज को देखते हैं।
अब जानते है आखिर ये पूरा घमासान हुआ क्यो ?
दरसल वायरल ऑडियो का ये मामला एक एंबुलेंस ड्राइवर की नौकरी पर रखने से जुड़ा है, मिली जानकारी के अनुसार पहले सांसद के पीए ने शेखर झा से बात की और थोड़ी देर बाद पप्पू यादव ने खुद फोन पर पदाधिकारी से बात की, कहा जा रहा है की वो एंबुलेंस ड्राइवर मनीष को नौकरी पर रखने का दबाव बना रहे थे, जिसके बाद इससे इंकार करते हुए शेखर ने कहा कि ये उनके अंडर नहीं है। बस फिर क्या था ये सुनते ही सांसद का पारा हाई हो जाता है और वो बरस पड़ते है।
इस गरमा गर्मी के बाद जैसे ही ऑडियो सामने आई वैसे ही प्रदेश की राजनीति में तहलका सा ही मच गया, मामले को देखते हुए जलती आग में हाथ सेकते हुए जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, "महागठबंधन के नेता अभी भी लालू-राबड़ी के जंगलराज को याद करते हैं, जहां धमकी और बदसलूकी से काम करवाया जाता था। लेकिन बिहार में अब कानून का राज है!" वहीं इसपर, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने बचाव में कहा, "इस मामले की सच्चाई दोनों पक्ष ही बता सकते हैं।"
वहीं अगर देखा जाए तो बिहार में ये कोई ऐसा पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई ऐसी ऑडियो वायरल हुई है पर इस वक्त सवाल ये है कि क्या यह महज एक नौकरी का दबाव था, या इसके पीछे कोई बड़ा सियासी खेल? फिलहाल बिहार की जनता और सोशल मीडिया इस सवाल का जवाब तलाश रही है। यह ऑडियो बिहार की सियासत में चर्चा का सबसे गर्म मुद्दा बना हुआ है।