Bhool Chuk Maaf Trailer : राजकुमार की ऐसी कॉमेडी जो देखने पर मजबूर कर देगी ‘भूल चूक माफ’

Authored By: News Corridors Desk | 10 Apr 2025, 07:06 PM
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बॉलीवुड एक्टर राजकुमार ‘स्त्री 2’ के बाद एक बार फिर कॉमेडी का डोज देने आ गए हैं। रोमांस, कॉमेडी और सस्पेंस से भरी राजकुमार राव और वामिका गब्बी स्टारर ‘भूल चूक माफ’ का ट्रेलर फाइनली रिलीज हो गया है। ट्रेलर दर्शकों को खूब पसंद आ रहा है। फिल्म में राजकुमार, रंजन के किरदार में हैं जो अपनी 'तितली' से शादी करना चाहते हैं, लेकिन उनकी शादी हल्दी सेरिमनी पर ही अटक जाती है। 'भूल चूक माफ' का ट्रेलर सोशल मीडिया पर साझा किया है और कैप्शन में लिखा है, 'तितली है रंजन का प्यार, हल्दी पर अटका है उसका संसार,तो देखने जरूर आइएगा इनकी कहानी विद परिवार। फिल्म की कहानी वाराणसी शहर के लड़के रंजन की है, जो अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करने के लिए सरकारी नौकरी पाने में लग जाता है। भगवान के सामने रंजन शादी और नौकरी के लिए प्रार्थना करता है और उसके बाद उसकी जिंदगी ही मानो रूक जाती है। 

टाइम लूप में फंसे राजकुमार राव

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तितली का किरदार निभा रहीं वामिका का परिवार, रंजन (राजकुमार राव) को 2 महीने में सरकारी नौकरी का चैलेंज देता है। इस चैलेंज के लिए रंजन मंदिर में मन्नत मांगने जाते हैं, जहां अगल-अगल तरीके से मन्नत मांगते दिखते हैं। फिर दिखाया जाता है कि उनकी और वामिका की शादी तय हो जाती है। लेकिन शादी के बीच एक ट्विस्ट आता है। रंजन की शादी टाइम लूम में फंस जाती है। राजकुमार राव हल्दी की रस्म के बाद जब सोकर उठते हैं तो पता चलता है कि दिन गुजरा ही नहीं। वो रोज उठते हैं लेकिन दिन हल्दी का ही होता है। राजकुमार राव हर दिन 29 तारीख को होने वाली अपनी हल्दी की रस्म से परेशान हो जाते हैं। वह एक दिन बाद यानी 30 तारीख को होने वाली शादी का इंतजार करते हैं। लेकिन वह दिन कभी नहीं आता। अब देखने होगा कि इस टाइम लूप की समस्या कैसे खत्म होगी। क्या इस टाइम लूप से राजकुमार राव बाहर आ पाएंगे या नहीं। 

ट्रेलर के 6 मजेदार डायलॉग 

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‘भूल चूक माफ’ के ट्रेलर के मजेदार और दिलचस्प डायलॉग्स हैं, जो दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर देंगे। ट्रेलर में 5 सबसे ज्यादा शानदार डायलॉग हैं, जिन्हें सुनकर आप पेट पकड़कर हंसने लग जाएंगे।

1.हर दिन वही शादी… हर दिन वही गलती!

2.शादी एक बार होती है… मेरे साथ तो बार-बार हो रही है!

3. इस बार कुछ नहीं भूलूंगा… और माफ़ी की ज़रूरत भी नहीं पड़ेगी!

4. तितली मेरी है, टाइम का क्या भरोसा!

5. गलती इंसान से होती है… लेकिन रोज़-रोज़?

6. ‘मन्नत मांग रहे हो या KBC खेल रहे हो’