हाल ही में भारत द्वारा की गई निर्णायक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की सरकार में हड़कंप मच गया है। इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच पाकिस्तान सरकार के आर्थिक मामलों से जुड़े एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से एक पोस्ट सामने आया, जिसमें विश्व बैंक और अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से तत्काल आर्थिक सहायता की मांग की गई थी।
सोशल मीडिया पर मांगी गई अंतरराष्ट्रीय सहायता
इस पोस्ट में स्पष्ट तौर पर कहा गया कि भारत के हमले और आर्थिक बाजारों में आई गिरावट के चलते पाकिस्तान को वित्तीय संकट से उबरने के लिए मदद की सख्त जरूरत है। इसमें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया गया कि वह पाकिस्तान को अधिक लोन देकर सहयोग करें। साथ ही देशवासियों से एकजुट और दृढ़ रहने की अपील भी की गई थी।
पोस्ट हटाकर पाकिस्तान ने बदला बयान
हालांकि कुछ ही समय बाद पाकिस्तान सरकार अपने ही बयान से पलट गई। आर्थिक मामलों के मंत्रालय ने दावा किया कि एक्स पर इस तरह का कोई पोस्ट उन्होंने नहीं किया है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि उनका आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट 'हैक' कर लिया गया था और उस पर की गई पोस्ट उनके द्वारा अधिकृत नहीं थी।
आईएमएफ की बैठक से पहले सामने आया मामला
यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब वाशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की महत्वपूर्ण बैठक हो रही है। इस बैठक में पाकिस्तान के लिए एक संभावित बेलआउट पैकेज पर विचार किया जाएगा। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की निगाहें इस बैठक पर टिकी हैं, जहां उसे उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं उसकी सहायता करेंगी।
IMF बैठक में भारत रखेगा अपना पक्ष
भारत की तरफ से विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा है कि आईएमएफ की इस अहम बैठक में भारत के कार्यकारी निदेशक सक्रिय रूप से देश का पक्ष रखेंगे। उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि भारत की ओर से हमारे प्रतिनिधि आईएमएफ में राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेंगे।"