असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 6 मई 2025 को एक बड़ा राजनीतिक बयान देकर हलचल मचा दी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी, एलिजाबेथ कोलबर्न, के पाकिस्तान की सेना से करीबी संबंध हैं।
उन्होंने दावा किया कि कोलबर्न ने भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक 19 बार यात्रा की है, और उन यात्राओं के दौरान पाकिस्तानी सेना के अधिकारी उनके साथ थे।
सरमा ने कहा कि कोलबर्न पाकिस्तान में काम कर चुकी हैं और बाद में एक एनजीओ में नौकरी करने दिल्ली आईं। बावजूद इसके, उन्हें पाकिस्तान से वेतन मिलता रहा। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि क्या यह सब भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे का संकेत है।
गौरव गोगोई की कथित पाकिस्तान यात्रा पर भी सवाल
असम सीएम ने और भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गौरव गोगोई खुद भी पाकिस्तान गए थे और वहां 15 दिन तक रुके थे। उन्होंने बताया कि गोगोई की पत्नी उनके साथ पाकिस्तान गई थीं लेकिन 7 दिन बाद लौट आईं, जबकि गोगोई अतिरिक्त 7 दिन तक वहीं रहे।
हिमंत सरमा का कहना है, "गोगोई को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने पाकिस्तान में उन 15 दिनों के दौरान क्या किया? क्या उन्होंने पाक सेना की मदद की? यह यात्रा क्यों और किस उद्देश्य से हुई, इसका प्रमाण होना चाहिए।"
"प्रधानमंत्री की यात्रा और गोगोई की यात्रा में फर्क"
सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पाकिस्तान गए थे तो वह एक आधिकारिक दौरा था, जबकि गोगोई की यात्रा निजी और अनधिकृत थी। उन्होंने सवाल किया कि "जब पीएम के दौरे पर विपक्ष सवाल उठा सकता है, तो गोगोई की निजी यात्रा पर सवाल क्यों नहीं?"
मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि गोगोई की पाकिस्तान यात्रा को लेकर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जांच कर रही है। उन्होंने दावा किया कि गोगोई वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान गए थे और SIT को इसके सबूत मिल चुके हैं।
उन्होंने कहा, "हमारे पास सबूत हैं, लेकिन हमें उन्हें वैधानिक रूप से प्रमाणित करना होगा। इस प्रक्रिया को 10 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।"
हिमंत बिस्वा सरमा के ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब देश में लोकसभा चुनाव का माहौल गर्म है। कांग्रेस की ओर से फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इस बयान से निश्चित ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।