कई राष्ट्रीय चैनलों में अहम संपादकीय भूमिका निभाने वाले पत्रकार अरविंद चतुर्वेदी ने अब नई चुनौती स्वीकार कर ली है । अरविंद चतुर्वेदी नेशनल न्यूज़ चैनल ‘न्यूज़ इंडिया’ में एडिटर इन चीफ़ की भूमिका में सक्रिय हो गए हैं। हाल के दिनों में न्यूज़ इंडिया में कई सारे फेरबदल हुए हैं और उम्मीद की जा रही है कि अरविंद चतुर्वेदी के कमान सँभालने के बाद चैनल में स्थिरता आएगी ।
अरविंद चतुर्वेदी प्रयोगधर्मी पत्रकारों में शुमार किए जाते हैं । बड़े-बड़े राजनेताओं के साथ पॉडकास्ट हो या फिर ग्राउंड से लोगों के मन की बात, अरविंद चतुर्वेदी समान रूप से हर कहानी को बुनने और उसे लोगों तक पहुँचाने की कला जानते हैं । उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में जन्मे बनारस की गलियों और गंगा किनारे पले बढ़े अरविंद कमाल के जुझारू व्यक्तित्व के मालिक है । अरविन्द चतुर्वेदी ने हार मानना नहीं सीखा है । जल्द ही देश को न्यूज़ इंडिया के ज़रिए बहुत कुछ नया देखने को मिलने वाला है ।
ढाई दशकों से सक्रिय पत्रकारिता
पत्रकारिता जगत में अरविंद चतुर्वेदी पिछले ढाई दशकों से सक्रिय हैं । मीडिया जगत में अरविंद चतुर्वेदी का नाम काफी जाना पहचाना है । 'इंडिया न्यूज़' में उत्तर प्रदेश ब्यूरो की कमान जब अरविंद चतुर्वेदी के पास रही तो उन्होंने रिपोर्टिंग में कई कीर्तिमान बनाए और अपनी एक्सक्लूसिव ख़बरों से धाक जमाई ।
'इंडिया न्यूज़', उत्तर प्रदेश चैनल के हेड के तौर पर भी आपने कई सारे प्रयोग किए । 'इंडिया न्यूज़' नेशनल में इनपुट हेड भी रहे और बाद के दिनों में डिप्टी मैनेजिंग एडिटर की भूमिका भी निभाई । 'इंडिया डेली' में आपने मैनेजिंग एडिटर के तौर पर अहम जिम्मेदारी निभाई ।आप रिपोर्टिंग,आउटपुट और चैनल प्रबंधन से जुड़े हर क्षेत्र के माहिर प्रोफेशनल्स में शुमार किए जाते हैं ।
पीएम मोदी पर तीन पुस्तकें, लेखक अरविंद भी शानदार
अरविंद चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित तीन किताबें भी लिखी हैं- 'द रियल मोदी', जिसे ब्लूमबरी ने प्रकाशित किया है । वहीं प्रधानमंत्री मोदी पर लिखी उनकी दूसरी पुस्तक 'मोदी का बनारस' के प्रकाशक ब्लू वन इंक रहे । 'मां हीराबेन और नरेंद्र', अरविन्द की पीएम मोदी पर लिखी तीसरी पुस्तक है ।
'द रियल मोदी' में अरविंद चतुर्वेदी ने पीएम मोदी के व्यक्तित्व की कई परतों को खोला है । वह कहते हैं कि कुछ रोमांचक और अलग करने की उनकी इच्छा ने नरेंद्र मोदी पर यह किताब लिखने को प्रेरित किया । पीएम मोदी के करीबी लोगों से बातचीत के आधार पर लिखी गई ये पुस्तक काफ़ी रोचक बन पड़ी है ।
'मोदी का बनारस' - इस पुस्तक में अरविंद चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी से चुनाव लड़ने के फैसले से लेकर उनके पूरी तरह से बनारस के हो जाने तक के सफर को समेटा है. ‘मां हीरा बेन और नरेंद्र’ पुस्तक में अरविंद चतुर्वेदी ने अपनी मां के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध और जीवन पर उनके प्रभाव का वर्णन किया है ।
अरविंद चतुर्वेदी ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ सोशियोलॉजी की डिग्री हासिल की । उसके बाद वह पत्रकारिता के क्षेत्र में रम गए औऱ अपनी लेखनी, ज़िद और जुनून की वजह से उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई । अपने लंबे करियर में अरविंद ने न सिर्फ बड़ी-बड़ी खबरें ब्रेक की बल्कि मीडिया संस्थानों के एडिटोरियल मैनेजमेंट में भी उनका प्रभावशाली दखल रहा ।