पहलगाम हमले पर अमित शाह का आतंकियों को कड़ा संदेश, 'चुन-चुन कर मारेंगे...'

Authored By: News Corridors Desk | 01 May 2025, 06:58 PM
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गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पहलगाम आतंकी हमले पर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। उन्होंने साफ कहा कि यह हमला कायराना था और इसका चुन-चुन कर बदला लिया जाएगा। शाह ने कहा, "आज कोई ये ना समझ ले कि हमारे 27 लोगों को मारकर वो ये लड़ाई जीत गए हैं... ये नरेंद्र मोदी का भारत है, हर शहीद का बदला लिया जाएगा।"

'आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन'

अमित शाह ने अपने भाषण में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने हर चीज का कड़ा जवाब दिया है, चाहे वह उत्तर पूर्व हो, वामपंथी उग्रवाद के क्षेत्र हो या कश्मीर में आतंकवाद का साया हो। अगर कोई सोचता है कि कायरतापूर्ण हमला करके उसने अपनी बड़ी जीत हासिल कर ली है, तो समझ लीजिए कि यह नरेंद्र मोदी सरकार है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इस देश के हर इंच से आतंकवाद को उखाड़ फेंकना हमारा संकल्प है और यह पूरा होगा।

अमित शाह ने आगे कहा कि इस लड़ाई में न केवल 140 करोड़ भारतीय बल्कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है, दुनिया के सभी देश एक साथ आए हैं और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में भारत के लोगों के साथ खड़े हैं।  शाह ने कहा कि मैं यह संकल्प दोहराना चाहता हूं कि जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी और जिन्होंने इसे अंजाम दिया है, उन्हें उचित सजा जरूर मिलेगी।

भारत सरकार के पाकिस्तान के खिलाफ सख्त फैसले

पाकिस्तानी विमानों के लिए एयरस्पेस बंद किया गया। अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट बंद कर दी गई, जिससे पाकिस्तानी नागरिक अब वीजा होने के बावजूद भारत में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। भारतीय दूतावास को पाकिस्तान में बंद करने और  पाकिस्तानी राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया गया। भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा देना बंद कर दिया है। SAARC वीजा छूट योजना रद्द कर दी गई, जिससे पाकिस्तानियों को अब इस योजना के तहत भारत आने की अनुमति नहीं होगी। सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने का ऐतिहासिक फैसला भी लिया गया है।

पीएम मोदी की अगुवाई में हुई CCS की बैठक

हमले के एक दिन बाद यानी 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की आपात बैठक बुलाई गई। इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ उपरोक्त सभी फैसले लिए गए। सरकार ने यह संदेश स्पष्ट कर दिया कि भारत अब कूटनीति और कड़े कदमों दोनों से आतंक का जवाब देगा।