जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। इस भीषण हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिससे देशभर में शोक और आक्रोश का माहौल है। घटना के बाद कई बड़े शहरों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है, विशेषकर दिल्ली, मुंबई और उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर।
दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हाई अलर्ट
पहलगाम हमले के तुरंत बाद दिल्ली और मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस को पर्यटन स्थलों, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट्स और मॉल्स जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और CCTV सर्विलांस को भी मजबूत किया गया है।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने राज्य के सभी जिलों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है। अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। यूपी पुलिस को भीड़भाड़ वाले इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
जयपुर, अमृतसर और देहरादून में भी अलर्ट मोड
देश के अन्य पर्यटन स्थलों जैसे जयपुर और अमृतसर में भी पुलिस सतर्क हो गई है। वहीं, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है। देहरादून जिले में सीमाओं पर नाकाबंदी की गई है और हर वाहन व व्यक्ति की सघन जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी खुद निगरानी में लगे हुए हैं।
आतंकियों ने नाम पूछकर की गोलीबारी
हमले की क्रूरता ने सभी को झकझोर दिया है। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने टूरिस्टों से उनके नाम पूछ-पूछकर गोली चलाई। मरने वालों में यूपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश और हरियाणा के लोग शामिल हैं। इस टारगेटेड हमला पैटर्न ने एक नई चिंता को जन्म दिया है।
घातक हमले के विरोध में विभिन्न संगठनों ने बुधवार को प्रदर्शन की घोषणा की है। इसके मद्देनजर जम्मू में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी असामाजिक तत्व को माहौल बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।