जब सीजेआई गवई ने कहा – सीएम योगी तो पावरफुल हैं ही...

Authored By: News Corridors Desk | 31 May 2025, 08:08 PM
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भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बी. आर. गवई ने कहा है कि, ' पिछले 75 वर्षों के दौरान विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका ने सामाजिक और आर्थिक समानता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । और अब यह हमारी मौलिक जिम्मेदारी है कि देश के अंतिम नागरिक तक न्याय पहुंचे। इसके लिए तीनों अंगों को मिलकर कार्य करना होगा । ' 

शनिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट परिसर में आयोजित एक विशेष समारोह को संबोधित करते उन्होंने भारत के संविधान की विशेषताओं का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि यह संविधान ही है जिसने देश को हर संकट में एकजुट और सशक्त बनाए रखा है ।

भारत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई  हाईकोर्ट परिसर में मल्टीलेवल पार्किंग और वकीलों के नए चेंबर कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन करने पहुंचे थे । इस अवसर पर उन्होंने कहा, “जब संविधान बन रहा था, उस समय कुछ लोगों ने कहा कि यह अत्यधिक संघात्मक है, तो कुछ लोगों ने कहा कि यह अत्यधिक एकात्मक है । 

सीजेआई ने कहा कि तब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने इसका उत्तर देते हुए स्पष्ट किया था कि यह संविधान न पूरी तरह संघात्मक है न ही पूरी तरह एकात्मक, लेकिन इतना ज़रूर है कि यह शांति और युद्ध दोनों कालों में भारत को एकजुट रखेगा । जस्टिस गवई ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद संविधान के मार्गदर्शन में भारत विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा, जबकि हमारे कई पड़ोसी देश संघर्षों से जूझते रहे हैं । 

जब सीजेआई ने की योगी आदित्यनाथ की तारीफ 

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कानून और न्याय मंत्री मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे । CJI गवई ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि अभी कानून मंत्री मेघवाल ने कहा कि सीएम योगी इस देश के सबसे पावरफुल और कर्मठ मुख्यमंत्री हैं , मैं कहना चाहूंगा कि प्रयागराज की धरती स्वयं पावरफुल लोगों की भूमि रही है। योगी जी तो निश्चित रूप से पावरफुल हैं ही ।

मुख्यमंत्री योगी ने किया न्यायपालिका की सराहना

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर न्यायपालिका के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि महाकुंभ जैसे आयोजनों में हाईकोर्ट की भूमिका अहम रही है।  उन्होंने कहा कि यदि कोर्ट समय रहते अनुमति न देता, तो कुंभ का आयोजन इस सफलता से संपन्न नहीं हो पाता । 

केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मल्टीलेवल पार्किंग और वकील चेंबर के निर्माण को 'ईज ऑफ लिविंग' की दिशा में एक अहम कदम बताया । उन्होंने कहा, “जल्दी काम करना हो तो योगी जी से सीखिए।”

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस विक्रम नाथ ने कार्यक्रम में कहा कि इलाहाबाद बार एसोसिएशन का काम करने का तरीका सुप्रीम कोर्ट के लिए भी अनुकरणीय है। इस इमारत का पूर्ण उपयोग होना चाहिए ।