विपक्ष कुएं का मेंढ़क...PDA का मतलब परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी-सीएम योगी

Authored By: News Corridors Desk | 14 Aug 2025, 03:36 PM
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उत्तर प्रदेश विधानसभा के 24 घंटे के विशेष सत्र में सरकार के 'विजन डॉक्यूमेंट' पर जोरदार चर्चा हुई । इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विकास की मौजूदा रूपरेखा और 2047 तक विकसित उत्तर प्रदेश के लक्ष्य को ध्यान में रखते विस्तार से चर्चा की गई ।  भविष्य की योजनाओं और चुनौतियों पर बात करने के साथ-साथ योगी आदित्यनाथ विपक्ष पर करारा प्रहार करने से भी नहीं चूके । उन्होंने समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों जातिवाद और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया ।

 सीएम योगी ने एक बार फिर याद दिलाया कि 2017 से पहले यूपी की हालत क्या थी । उन्होंने कहा कि किसान परेशान थे, कानून-व्यवस्था चरमरा चुकी थी, और मूलभूत सुविधाओं की बात करना भी बेमानी था। पिछली सरकारें घोषणाएं तो करती थीं, लेकिन उनमें इच्छाशक्ति की भारी कमी थी ।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि, अब प्रदेश अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम कर रहा है। भाई-भतीजावाद की जगह योग्यता को जगह मिली है। योगी आदित्यनाथ ने ने कहा कि प्रदेश में पहली इनवेस्ट समिट का उद्धाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाला प्रदेश अब पूरे देश की उम्मीदों का केंद्र बन चुका है । उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राज्य बनना है।  ऐसा तभी हो सकता है जब सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएं। 

योगी ने बताई अखिलेश यादव के 'PDA' की नई परिभाषा

अखिलेश यादव के 'PDA' (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले पर सीएम योगी ने सीधा हमला बोला । उन्होंने कहा, “सपा का PDA असल में परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है। यह एक ऐसा संगठन है जो सिर्फ अपने घर के लोगों की तरक्की के लिए बना है।”

योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष की राजनीति को सीमित सोच की उपज बताते हुए कहा कि कुछ पार्टियों की हालत 'कुएं के मेंढक' जैसी हो गई है जो न तो बाहर की दुनिया को देख पा रही हैं और न ही प्रदेश के भविष्य को समझने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जब देश वैश्विक मंचों पर आगे बढ़ रहा है, तब यूपी के कुछ नेता आज भी जाति और परिवार की पुरानी राजनीति में उलझे हुए हैं।

'गौमाता का श्राप आपको ले डूबेगा '

योगी आदित्यनाथ ने पिछली सपा सरकार पर गौमाता के साथ दोहरे व्यवहार का आरोप लगाया । उन्होंने कहा, “ये लोग गाय का दूध तो पीते थे, लेकिन बाद में उसे सड़कों पर छोड़ देते थे या कसाइयों के हवाले कर देते थे।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मुद्दा नहीं था, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का भी मामला था जो पिछली सरकारों में पशुधन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के प्रति दिखाई गई थी । नेता प्रतिपक्ष पर कटाक्ष करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जब नेता प्रतिपक्ष खुद से बोलते हैं तो कुछ हद तक ठीक बोलते हैं, लेकिन जब किसी और के इशारे पर बोलते हैं तो भटक जाते हैं । 

शेर के जरिए तीखा वार

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के अंत में विपक्ष पर एक शेर के जरिए निशाना साधा । उन्होंने कहा, 


“बड़ा हसीन है इनकी ज़ुबान का जादू,
लगा के आग बहारों की बात करते हैं,
जिन्होंने रात में चुन-चुनकर बस्तियां लूटीं,
वही नसीबों के मारों की बात करते हैं।”