उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश की वजह से जम्मू- कश्मीर, हिमाचल, पंजाब समेत कई राज्य बाढ़ की चपेट में आ गए हैं । यमुना नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ा हुआ है और इसकी वजह से देश की राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं । खासकर यमुना बाजार, निगम बोध घाट, ओल्ड उस्मानपुर गांव, आईएसबीटी का वासुदेव घाट और मोनेस्ट्री मार्केट जैसे नीचले इलाकों में यमुना का पानी घरों तक घुस गया है।
कई इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भी भेजा जा रहा है । अबतक करीब 10 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया है । प्रशासन की ओर से यमुना खदर और मयूर विहार फेज-1 क्षेत्र में राहत शिविर स्थापित किए हैं । यहां लाए गए लोगों को प्रशासन की ओर से भोजन, पानी व अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
लगातार बढ़ रहा यमुना का जलस्तर

बता दें कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 67 घंटे से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इससे यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर उपर तक पहुंच गया है । बता दें कि दिल्ली में यमुना नदी का खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है जो कि बुधवार की सुबह 206.78 मीटर को पार कर गया । ऐसे में हालात को देखते हुए कई जगहों पर एनडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है और दिल्ली के पुराने लोहे के पुल को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
ये इलाके हैं सबसे अधिक प्रभावित
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में पानी भर गया है । मयूर विहार फेज-1, यमुना बाजार और नजफगढ़ इलाके के झरोड़ा कलां गांव में पानी ने लोगों के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। कुछ जगहों पर लोग अभी भी अपने घरों की छतों पर फंसे हुए हैं । प्रशासन की ओर से सभी प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रहा है । जरूरी सामानों को निकालने के लिए नावों भी व्यवस्था की गई है ।