बिहार की सियासत में बड़ा धमाल ! तेज प्रताप ने किया नए मोर्चे का ऐलान, सभी सीटों पर लड़ेगे चुनाव

Authored By: News Corridors Desk | 05 Aug 2025, 07:25 PM
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क्या बिहार की सियासत में नया सितारा चमकने को तैयार है ? यह सवाल इसलिए क्योंकि लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप के तूफानी दांव ने बिहार की सियासत में धमाका कर दिया है। पार्टी और परिवार से निष्काषित चल रहे तेजप्रताप यादव ने मंगलवार को पटना के मौर्य होटल में धमाकेदार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक नया सियासी मोर्चा खड़ा करने का ऐलान कर दिया । 

इस मोर्चे में प्रदीप निषाद की विकास वंचित इंसान पार्टी (VVIP) के साथ-साथ भोजपुरिया जन मोर्चा, प्रगतिशील जनता पार्टी, वाजिब अधिकार पार्टी और संयुक्त किसान विकास पार्टी भी शामिल हैं। मोर्चे के ऐलान के साथ-साथ तेजप्रताप ने 2025 के विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर अपने ( गठबंधन) उम्मीदवार उतारने की भी घोषणा कर दी । 

तेज प्रताप ने यह भी साफ कर दिया है कि वह महुआ विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे । बता दें कि तेजप्रताप ने 2015 में महुआ विधानसभा सीट से चुनाव जीता था और उसके बाद स्वास्थ्य मंत्री बने थे । 

आरजेडी से दूरी और नई राह की तैयारी

कुछ महीने पहले सोशल मीडिया में अनुष्का यादव से शादी की खबर आने के बाद लालू प्रसाद यादव ने तेजप्रताप को राष्ट्रीय जनता दल और  परिवार से निष्कासित कर दिया था । अब उन्होंने राजद से पूरी तरह दूरी बनाते हुए नई राह चुन ली है । तेजप्रताप ने अब स्पष्ट कर दिया है कि बिहार की राजनीति में वह अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं । तेज प्रताप ने अपने बयान में कई बार यह दोहराया कि वे किसी के बहकावे में नहीं आने वाले। उनका कहना था कि वह जयचंदों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते हैं । 

तेज प्रताप ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'हम समाजवादी सोच रखने वाले लोग हैं। भाजपा और जेडीयू से किसी भी कीमत पर हाथ नहीं मिलाएंगे। अगर राजद और कांग्रेस चाहे तो हमारे गठबंधन में शामिल हो सकती है, लेकिन हमारी विचारधारा के खिलाफ कोई समझौता नहीं होगा।'

तेज प्रताप ने जोर देकर कहा कि उन्हें किसी पद का लोभ नहीं है। उनका मकसद है  यादव और मुसलमान समाज को एक साथ लेकर चलना । तेजस्वी यादव से दूरी के बारे में पूछे जाने पर उनका कहना था कि, 'तेजस्वी को हमने हमेशा आशीर्वाद दिया है, लेकिन जो उनके साथ साजिश कर रहे हैं, उनकी पोल भी जल्दी ही खुलेगी।'

VVIP पार्टी के साथ गठबंधन क्यों ? 

बिहार की जातिगत राजनीति पर गौर करें तो में तेज प्रताप का प्रदीप निषाद (VVIP) के साथ गठबंधन एक महत्वपूर्ण कदम है । VVIP के अध्यक्ष प्रदीप निषाद, जो पहले मुकेश सहनी की VIP पार्टी के करीबी थे । हाल ही में उन्होंने अलग होकर अपनी पार्टी बनाई है । 

प्रदीप निषाद ने दावा किया है कि उनकी पार्टी 70 प्रतिशत सीटें निषाद समाज के उम्मीदवारों को देगी,जो बिहार में एक प्रभावशाली वोट बैंक है । तेज प्रताप ने कहा कि प्रदीप निषाद ही असली निषाद नेता हैं । मुकेश सहनी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि VIP अब एक बहरूपिया पार्टी बन चुकी है । हम सभी समाजों को एकजुट करके आगे बढ़ेंगे।

राजद प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर भड़के तेजप्रताप

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब तेज प्रताप यादव से राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल के उस बयान के बारे में पूछा गया,जिसमें उन्होंने तेज प्रताप के पार्टी में अस्तित्व पर सवाल उठाया था, तो तेज प्रताप भड़क उठे । उन्होंने तीखे शब्दों में जवाब देते हुए कहा कि मंडल जी को अब कमंडल उठाकर बनारस और वृंदावन चले जाना चाहिए। हम उन्हें अपने गुरुजी के आश्रम भेज देंगे।हालांकि इसके बाद तेज प्रताप ने तुरंत संभलते हुए यह भी जोड़ा कि वे व्यक्तिगत टिप्पणी से बचना चाहते हैं और अब जनता से सीधे जुड़कर राजनीति करना चाहते हैं। 

बिहार की सियासत पर डाल पाएंगे असर ? 

तेज प्रताप का यह गठबंधन बिहार की राजनीति में कितना प्रभावशाली साबित होगा इसको लेकर भी लोग सवाल पूछ रहे हैं । क्या तेज प्रताप की अगुवाई वाला मोर्चा राजद के वोट बैंक,खासकर यादव और मुस्लिम मतों में बंटवारा कर सकता है ? या फिर क्या निषाद समाज को साधने की उनकी कोशिश NDA और महागठबंधन दोनों के लिए चुनौती बन सकती है ? 

ये ऐसे सवाल हैं जिनका उत्तर पाने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा । बहरहाल इतना तो कह ही सकते हैं कि तेज प्रताप का यादव और मुस्लिम वोटरों पर फोकस और निषाद समाज को अपने साथ जोड़ने की रणनीति, बिहार की जातिगत सियासी समीकरणों को थोड़ा सा ही सही और उलझाने की क्षमता तो रखती हैं बशर्ते जमीन पर उतर कर काम करें ।