पहलगाम पर खरगे के बयान से बवाल, बीजेपी ने कहा- सुरक्षाबलों का मनोबल गिराने की कोशिश

Authored By: News Corridors Desk | 06 May 2025, 07:19 PM
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से एक और भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ा हुआ है । दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं । इसी बीच देश में राजनीतिक बयानबाजी का दौर भी जारी है । 

मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से  पहलगाम हमला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई एक टिप्पणी ने राजनीतिक तापमान को और बढ़ा दिया है । उनके बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे देश के सुरक्षाबलों के मनोबल को गिराने की कोशिश तक बता डाला है । 

क्या कहा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ? 

झारखंड के रांची में संविधान बचाव रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि हमले के तीन दिन पहले पीएम मोदी को एक खुफिया रिपोर्ट भेजी गई थी । इसके बाद उन्होने अपना कश्मीर दौरा रद्द कर दिया । 

खरगे ने पहलगाम हमले को इंटेलिजेंस फेलियर बताते हुए प्रधानमंत्री से पूछा कि, जब सुरक्षा की वजह से आपका दौरा रद्द कर दिया गया तो आम लोगों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं की गई । उन्होने कहा कि जब केंद्र ने इंटेलिजेंस फेलियर की बात स्वीकार की है तो क्या आतंकी हमले में लोगों की मौत के लिए उसे जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए ? 

बयान से भड़की बीजेपी ने खरगे की मंशा पर उठाए सवाल 

मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है । पार्टी का कहना है कि इस तरह के बयानों से सुरक्षाबलों का मनोबल प्रभावित होता है । झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने खरगे के बयान को "गैर-जिम्मेदाराना" बताते हुए कहा कि इस समय देश एक निर्णायक मोड़ पर आतंकवाद और पाकिस्तान से निपट रहा है, और ऐसे समय में इस तरह की राजनीतिक बयानबाज़ी उचित नहीं है।

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर मसले पर भी "गंदी राजनीति" कर रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी खरगे के बयान की कड़ी आलोचना की है । इसे "दुर्भाग्यपूर्ण और पीड़ादायक" बताते हुए आरोप को निराधार बताया । उन्होने कहा कि खरगे का बयान सुरक्षा एजेंसियों की निष्ठा पर भी सवाल खड़ा करता है।

बीजेपी ने राहुल की चुप्पी पर भी उठाए सवाल 

बीजेपी नेता पूरे मामले में राहुल गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठा रहे हैं । पार्टी नेता सीआर केसवन ने खरगे के बयान को विश्वासघाती बताते हुए राहुल गांधी से पूछा है कि क्या उनकी चुप्पी एक रणनीति का हिस्सा है या वे भी इस बयान का समर्थन करते हैं ?

उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी । मारे गए लोगों में अधिकांश पर्यटक थे जिनका धर्म पूछकर गोली मारी गई थी । धर्म की पहचान के लिए कई लोगों को कलमा पढ़ने के लिए भी कहा गया था । हमले के पीछे पाकिस्तान का नापाक हाथ होने के सबूत मिलने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है । इस वक्त दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं । 

ऐसे में पूरा देश एकजूट है । पिछले दिनों हुई ऑल पार्टी मीटिंग में कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के साथ खड़े होने की बात कही थी । परन्तु इसी बीच खरगे का जिस तरह का बयान आया है उसको लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं ।