भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दबंग नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात को लेकर बड़ा बयान दिया है । मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री ने मिलने के लिए बुलाया था तो मैं मिलने के लिए गया था । बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि उनके और योगी आदित्यनाथ के बीच 56 साल पुराना रिश्ता है । सोमवार को 31 महीने बाद उनसे मुलाकात हुई । यह एक पारिवारिक मुलाकात थी जिसमें अपना गम-शिकवा शेयर किया ।
योगी आदित्यनाथ पर नहीं हुई राजनीतिक चर्चा -बृजभूषण
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान किसी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई । पुरानी बातें हुई ...मुझे भी अच्छा लगा और मुख्यमंत्री को भी अच्छा लगा । उन्होंने कहा, 'आप सब लोग जानते हैं की जीवन में उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसा ही एक उतार जनवरी 2023 में मेरे ऊपर आया था और इस समय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हमारी बातचीत और मुलाकात बंद हो गई । 31 महीने तक ना मैं मिला सीएम योगी से ना हमने मिलने का कभी प्रयास किया । '
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, जनवरी 2023 में उनके जीवन का एक टर्निंग पॉइंट था । उन्होनें कहा कि, ' मेरे ऊपर एक बहुत बड़ा आरोप लगा था और मुझे उसका सामना करना था । मैंने निश्चिय कर लिया था कि यह लड़ाई मेरी है मुझे ही लड़ना है । ना मैं सीएम योगी से मिला ना मैंने उनसे मिलने का प्रयास किया । '
जनवरी 2023 की एक घटना के बाद लिया संकल्प
कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि जनवरी 2023 में ही एक और घटना घटी । उनके यहां मुख्यमंत्री का एक कार्यक्रम तय था । परन्तु किन्ही कारणों से उनका कार्यक्रम निरस्त हो गया । तब मैनें संकल्प लिया था कि जब तक योगी आदित्यनाथ मुझे स्वयं नहीं बुलाएंगे तब तक मैं नहीं जाऊंगा ।
उन्होंने कहा कि अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने मिलने की इच्छा व्यक्त की तो मैं उनसे मिलने गया । बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि भले ही वह सीएम योगी से मिलने नहीं जाते थे ,परन्तु संबंध तब भी बने हुए थे । उन्होंने कहा कि, 'जब मेरे बच्चे जाते थे मेरा हाल-चाल पूछते थे। लेकिन मैं उनसे मिलने के लिए नहीं जाता था उनका संदेश मुझे मेरे बच्चों के द्वारा प्राप्त होता था । इसलिए मैं 31 महीने बाद मुलाकात करने गया था तो इस पर किसी को आपत्ति नहीं होना चाहिए ।
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह की भले ही सीएम योगी से मुलाकात नहीं होती थी परन्तु दोनों पुत्र उनसे मिलते रहते थे । बृजभूषण के बड़े पुत्र प्रतीक भूषण विधायक हैं और छोटे पुत्र करण भूषण कैसरगंज से सांसद हैं ।
दोनों नेताओं की मुलाकात की क्यों हो रही है चर्चा
बृजभूषण शरण सिंह भले ही सीएम योगी के साथ अपनी मुलाकात को पारिवारिक मामला बता रहे हैं । लेकिन राजनीतिक हलकों में इसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं । दरअसल योगी आदित्यनाथ भी पूर्वांचल से आते हैं और बृजभूषण शरण सिंह का भी पूर्वांचल के कई जिलों में बड़ा प्रभाव है । एक चर्चा यह भी तैर रही है कि 2027 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी की पहल पर दोनों नेताओं की मुलाकात हुई है ।
कई राजनीतिक विश्लेषक इस मुलाकात को हाल ही में योगी आदित्यनाथ की दिल्ली यात्रा से भी जोड़कर देख रहे हैं । दिल्ली में योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी । बताया जाता है कि इन मुलाकातों में पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष और मंत्रिमंडल में फेरबदल जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई ।
राज्य में पार्टी संगठन और मुख्यमंत्री के बीच की दूरी की भी अक्सर चर्चा होती है । यह ङी कहा जाता है कि पार्टी में ऐसे नेताओं का बड़ा धरा है जो योगी के विरोध में हैं । ये लोग पार्टी आलाकमान भी अपनी शिकायत पहुंचाते रहते हैं । ऐसे में ब्रजभूषण शरण सिंह और योगी आदित्यनाथ की मुलाकात को बीजेपी के आंतरिक पावर बैलेंस को साधने और योगी के नेतृत्व में एकजुटता दिखाने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है ।