त्यौहारी सीजन में हर साल यात्रियों की बेतहाशा उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए रेलवे ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है । अब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में सिर्फ वही लोग प्रवेश कर सकेंगे जिनके पास वैध यात्रा टिकट होगा। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए उठाया गया है ।
इस फैसले से स्टेशन पर अनावश्यक भीड़ को रोका जा सकेगा और यात्री बिना किसी परेशानी के अपनी ट्रेन तक पहुंच सकेंगे । यह नई व्यवस्था फिलहाल एक महीने के लिए ट्रायल के तौर पर लागू की गई है । अगर यह सफल रहती है तो आने वाले समय में इसे देशभर के अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी लागू किया जा सकता है ।
सुरक्षा को पहली प्राथमिकता
रेलवे ने यह कदम यात्रियों को सुरक्षा और बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए के लिए उठाया है । त्यौहारों के सीजन में कई बार रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ की वजह से भगदड़ जैसी स्थिति बन जाती है । कई बार हालात अनियंत्रित हो जाते हैं और बड़ी दुर्घटना का कारण बनते हैं । पिछले साल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ की वजह से बड़ी दुर्घटना हो गई थी ।
इन्हे देखते हुए रेलवे ने यह महसूस किया कि स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए और बेहतर उपायों की जरूरत है । उत्तर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि इसी सोच के तहत यह नई व्यवस्था लागू की गई है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा और उनके यात्रा अनुभव को बेहतर बनाया जा सके ।
अनारक्षित टिकट पर भी लागू होंगे नए नियम
त्योहारी सीजन में अक्सर देखा जाता है कि अनारक्षित कोच में यात्रियों की भारी भीड़ हो जाती है। जहां एक कोच की क्षमता केवल 80 लोगों की होती है, वहीं उसमें 300 से 400 तक यात्री चढ़ जाते हैं। इससे न केवल यात्रियों को भारी असुविधा होती है, बल्कि उनकी सुरक्षा को लेकर भी चुनौती खड़ी हो जाती है।
इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे ने एक नई योजना लागू की है, जिसके तहत अब शुरुआती स्टेशन से प्रत्येक अनारक्षित कोच के लिए केवल 150 टिकट ही जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, बीच के स्टेशनों के लिए केवल 20 प्रतिशत अतिरिक्त टिकट ही बेचे जाएंगे। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी ट्रेन में चार अनारक्षित कोच हैं, तो कुल मिलाकर सिर्फ 600 टिकट ही जारी किए जाएंगे। इस कदम से यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी । रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यह नया नियम केवल उन ट्रेनों पर लागू होगा जो अगले तीन घंटे में चलने वाली होंगी।