दिलीप साहब की बहुत याद आती है...सायरा बानो ने अपने जन्मदिन पर उन्हे यूं याद किया...

Authored By: News Corridors Desk | 23 Aug 2025, 08:30 PM
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वक़्त के साथ बहुत कुछ बदल जाता है...उम्र भी और इंसान भी...दिल की गहराइयों को छूकर भावनाओं के ज्वार को भड़काने वाला ये डायलॉग ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार का है । उनके डायलॉग तो आज भी ज़िंदा है लेकिन वो हमारे बीच नहीं हैं । दिलीप साहब का वक़्त तो सच में बदल गया, लेकिन उनका दौर भुलाए नहीं भूलता और शायद उसी दौर को  सायरा बानो यानि उनकी पत्नी आज भी जीने की कोशिश कर रही हैं । 

सायरा बानो ने एक्स और इंस्टा पर शेयर की पुरानी तस्वीरें

23 अगस्त को सायरा बानो का जन्मदिन है । इस मोके पर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पहली बार दिलीप साहब के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "आज जब मैं एक और साल पूरा कर रही हूँ, तो दिल चाहता है कि मैं आप सबके साथ यहाँ रहूँ, जिंदगी की बातें करूँ, पुरानी यादें ताज़ा करूँ और उन सब चीज़ों को याद करूँ जो दिलीप साहब को हमारे दिलों के करीब रखती हैं। "

यह सिर्फ तस्वीर भर नहीं है,बल्कि दिल से जुड़ी एक ख़ूबसूरत याद हैं जिसने गुजरे वक्त के अनमोल लम्हों को संजो कर रखा है । सायरा बानो ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर भी दिलीप कुमार के साथ की अपनी यादें शेयर कीं हैं । उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें दिलीप कुमार केक काटते हुए सीटी बजा रहे हैं और उनके ठीक बगल में लता मंगेशकर खड़ी हैं।

इन यादों को साझा करते हुए उन्होंने लिखा, "मेरा जन्मदिन हमेशा से ही एक ऐसा दिन रहा है, जो सिर्फ़ खुशियां मनाने का पल नहीं है, बल्कि यह हर उस विचार और अस्तित्व को छूता है जिसने मुझे आज एक बेहतर इंसान बनाया है।"

अभिनय की दुनिया के बादशाह थे दिलीप कुमार

दिलीप कुमार, जिनका असली नाम मोहम्मद यूसुफ़ ख़ान था, हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े और पसंद किए जाने वाले एक्टर्स में से एक थे । दुनिया ने उनके अभिनय का लोहा माना और सिनेप्रेमियों ने उन्हें इन्तेहां की हद तक चाहा । दिलीप कुमार ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1944 में फिल्म ज्वार भाटा से की थी ।

इसके बाद तो सिलसिला चल पड़ा । उन्होंने मुगल-ए-आज़म, देवदास, गंगा जमुना, राम और श्याम जैसी कई शानदार फिल्में दीं। उनकी एक्टिंग में एक अलग ही गहराई होती थी । वो कम बोलते थे, लेकिन आंखें बहुत कुछ कह देती थीं। कहा जाता है कि कि वो सीन को "महसूस" करते थे, बस इसलिए उनके किरदार दिल में उतर जाते थे।

सायरा बानो जी के साथ उनकी जोड़ी भी लोगों को बहुत पसंद आई। आज भी दोनों की आपसी समझ और प्यार की मिसाल दी जाती है । आज भी सायरा जी जब उनकी तस्वीरें या पोस्ट शेयर करती हैं, तो लगता है जैसे दिलीप साहब यहीं कहीं है... खामोश से ।