किसकी नाराजगी से PDA को धार देने की कोशिश कर रहे अखिलेश  ?

Authored By: News Corridors Desk | 11 Jun 2025, 06:43 PM
news-banner

पिछले दिनों सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के कार्यक्रम का एक वीडियो वायरल हुआ । उसमें पार्टी के अध्यक्ष महेंद्र राजभर की फूल माला पहनाने के बाद सरेआम पिटाई होती दिख रही है । पीटने वाला शख्स भी पार्टी का ही नेता बताया जाता है । जाहिर है इस वीडियो क्लिप के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई । समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने घटना को पीडीए से जोड़कर बीजेपी को घेरने की कवायद शुरू कर दी ।

अखिलेश यादव ने वायरल वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा - 

'वयोवृद्ध और वरिष्ठ नेता श्री महेंद्र राजभर जी पर हुआ हिंसक हमला भाजपा के राज में पीडीए समाज पर लगातार बढ़ते जा रहे अपमानजनक व्यवहार और अत्याचार का एक और निंदनीय उदाहरण है।  भाजपा अगर सोचती है कि वो किसी समाज को अंदर से तोड़कर अपनी विभाजनकारी राजनीति को बनाए रखेगी तो ये उसकी ग़लतफ़हमी है ।

अगर इस हमले में भाजपा की नज़रअंदाज़ी शामिल नहीं है तो इस हमलावर को तत्काल गिरफ़्तार करके, उसके किये की सज़ा दी जाए। हिंसा हताशा का ही एक रूप होता है। भाजपा याद रखे ऐसे कृत्यों से पीडीए का मनोबल टूटेगा नही बल्कि और भी शक्तिशाली होगा। '

सुभासपा के महासचिव ने घटना के लिए अखिलेश को ही ठहराया जिम्मेदार

cajvdWC5S5rzfIi.jpeg

अखिलेश यादव के आरोप पर बीजेपी कुछ बोले इससे पहले ही सुभासपा यानी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने मोर्चा खोल दिया । सुभासपा के महासचिव अरुण राजभर ने इस घटना के लिए सीधे-सीधे अखिलेश यादव को ही जिम्मेदार ठहरा दिया ।

 अरुण राजभर ने अखिलेश यादव को जवाब देते हुए अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा -

'मारने वाला भी आपका आदमी, मार खाने वाला भी आपका आदमी, किस लिए मारा है वह भी वीडियो में बता रहा है । शायद आपको वह सुनाई नहीं दे रहा है, उसी को सुन लीजिए ध्यान से आपको जवाब मिल जाएगा । शायद यह मारपीट #में बोला जा रहा पार्टी #बनाई हम तू #कटबा मलाई । आख़िर कौन से माल की चर्चा हो रही है, वही माल की तो नहीं जो इंदिरागांधी प्रतिष्ठान के कार्यक्रम के लिए दिया गया था ।'

बीजेपी को घेरने के लिए पीडीए को हथियार बना रहे अखिलेश 

01CSvHICbDc1PMX.jpeg

अखिलेश यादव इन दिनों पीडीए ( ( पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक समीकरण ) को बीजेपी के खिलाफ सबसे मारक हथियार मान कर चल रहे हैं । सिर्फ महेंद्र राजभर ही नहीं बल्कि साक्षी महाराज की नाराजगी पर भी पीडीए की जिल्द चढ़ाते हुए उन्होंने एक बड़ा ऑफर दे दिया है । दरअसल साक्षी महाराज इन दिनों पार्टी आलाकमान से नाराज बताए जा रहे हैं । उनकी इस नाराजगी को भांप कर अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा है-

'भाजपा में जो लोग अपने समाज को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किये जाने के बाद उपेक्षित किये जाने के ‘साक्षी’ हैं, वो जब सच्चे मन से बोलते हैं तो सच ही बोलते हैं। उनके बयान और भाषण भाजपा को अंतिम चुनौती नहीं हैं बल्कि भविष्य का उद्घोष हैं क्योंकि वो भी जानते हैं कि ‘पीडीए’ ही उनका स्वाभाविक और स्थायी पड़ाव है, जहाँ हर पीडीए से सच्चा लगाव है। बाक़ी क्या कहना, वह स्वयं और उनका समाज स्वयं ही अपने मान-सम्मान को लेकर बेहद जागरूक, सक्रिय और समझदार है।'

क्या साक्षी महाराज को सपा में आने का न्यौता दे रहे हैं अखिलेश ?

3cSjUS08IFbbJer.jpeg

 बीते दिनों साक्षी महाराज ने एटा में पूर्व सीएम कल्याण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया । इस दौरान उन्होंने राम मंदिर पर चर्चा करते हुए कहा था कि अगर कल्याण सिंह न होते राम मंदिर न बनता, क्योंकि उन्होंने कारसेवकों पर गोली नहीं चलाने के हुक्म दिए थे । साक्षी महाराज ने इस दौरान बीजेपी पर कल्याण सिंह और उमा भारती के जाने के बाद लोध समाज की उपेक्षा का आरोप भी लगाया । राजनीतिक हलकों में अब इस बात की भी चर्चा हो रही है कि अखिलेश साक्षी महाराज को सपा में आने का न्यौता दे रहे हैं ।

 दरअसल अखिलेश यादव 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले अपने कुनबे को बढ़ाने की खातिर हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं । बीते दिनों मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की विधायकी जाने के बाद अखिलेश उसके समर्थन में बयान दे चुके हैं । तब राजनीति के कई जानकारों का मानना था कि अखिलेश डैमेज कंट्रोल की कोशिश कर रहे हैं ,क्योंकि आजम खान के मामले में जिस तरह का मैसेज मुस्लिम वर्ग में गया है उससे साख पर थोड़ा असर जरूर पड़ा है ।