दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बुधवार को सिविल लाइंस स्थित अपने सरकारी आवास पर जनसुनवाई कर रही थी । इसमें मुख्यमंत्री हमेंशा की तरह आम लोगों की समस्याओं और शिकायतों को सुन रही थी । इसी दौरान एक शख्स उनके सामने आया और उन्हें कुछ कागजात सौंपे । इसके बाद उसने अचानक ऊंची आवाज़ में चिल्लाना शुरू कर दिया और आक्रामक व्यवहार करते हुए मुख्यमंत्री की ओर झपटा ।
चश्मदीदों के मुताबिक, युवक ने न केवल हाथ पकड़कर उन्हें खींचने की कोशिश की, बल्कि शारीरिक झड़प करने का भी प्रयास किया । आरोपी मुख्यमंत्री की तरफ झपटा और उन्हे धक्का दे दिया लेकिन पीछे दीवार होने की वजह से रेखा गुप्ता गिरने से बच गईं । इसी बीच आरोपी ने उनके बाल पकड़ लिए । इसके बाद वहां मौजूद लोग आरोपी को काबू में करने की कोशिश करने लगे । बताया जाता है घटना के दौरान उसने अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया । करीब एक मिनट तक यह घटनाक्रम चला इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे दबोच लिया ।
पहले ऐसी खबर आई थी कि हमलावर ने मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारा है, लेकिन दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस दावे को गलत बताया । उन्होंने कहा कि शारीरिक हमले की कोशिश जरूर हुई थी, लेकिन थप्पड़ मारे जाने की बात गलत है ।
गुजरात के राजकोट का रहनेवाला है आरोपी
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारी और स्पेशल सेल की टीम मौके पह पहुंच गई और मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है । पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है । हमला करने वाले युवक की पहचान राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया के रूप में हुई है। वह गुजरात के राजकोट का रहने वाला है । प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, वह एक याचिका लेकर मुख्यमंत्री के पास आया था, जिसमें उसने अपने एक रिश्तेदार की जेल से रिहाई की मांग की थी ।
लेकिन बाद में बताया गया कि पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह जनसुनवाई में हमला करने के उद्देश्य से ही आया था । पुलिस की अबतक की जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी राजेश खिमजी ने एक दिन पहले सीएम रेखा गुप्ता के आवास की रेकी की थी और रात सिविल लाइंस इलाके में ही गुजारी थी ।
बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता हर बुधवार को अपने सरकारी आवास पर जनसुनवाई करती हैं । इसमें वह आम लोगों की समस्याओं को सुनती हैं और कोशिश करती हैं कि उनकी समस्याओं का त्वरित हल निकाला जा सके ।
आरोपी की मां ने कहा-मानसिक रूप से अस्वस्थ है बेटा
दिल्ली पुलिस के संपर्क करने वाद राजकोट पुलिस ने आरोपी राजेश खिमजी की मां से भी पूछताछ की है जिसमें उन्होंने कई अहम खुलासे किए। आरोपी की मां का कहना है कि उनका बेटा मानसिक रूप से अस्वस्थ है और हाल ही में दिल्ली में आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से आहत होकर दिल्ली पहुंचा था ।
राजेश खिमजी की मां ने यह भी बताया कि उसका बेटा पशुओं से बेहद लगाव रखता है और खुद को पशु प्रेमी मानता है। वह कई साल से पड़ोसियों से रोटियां इकट्ठा करके कुत्तों को खिलाता था । पड़ोसियों को यह बात पता थी और कई बार वह उसके घर पर ही रोटियां दे जाते थे ।
वह पहले भी दिल्ली आ चुका है और उनका परिवार रिक्शा चलाने का काम करता है। राजकोट पुलिस की पूछताछ में राजेश की मां ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा दिल्ली जाकर मुख्यमंत्री से मिलने की योजना बना रहा है।
किसी राजनीतिक संगठन से सीधे संबंध की अबतक पुष्टि नहीं
मुख्यमंत्री पर हमले के आरोपी राजेश खिमजी के अभी किसी राजनीतिक संगठन से सीधे संबंध की पुष्टि नहीं हुई है । दिल्ली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुजरात पुलिस से भी संपर्क साधा है, ताकि आरोपी की पृष्ठभूमि की पूरी जानकारी हासिल की जा सके।
उधर इस घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है । दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जनता के बीच लगातार संवाद करती हैं और विपक्ष इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। उनका कहना है कि यह घटना किसी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हो सकती है और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए।
वहीं आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आतिशी ने भी इस हमले की निंदा की है । उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध और असहमति की जगह है, लेकिन हिंसा को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता। दोनों नेताओं ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सवाल किया कि अगर राजधानी में मुख्यमंत्री ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों और खासकर महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है ।