बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए भगदड़ की जांच अब सीआईडी को सौंप दी गई है। इस घटना में 11 लोगों की जान चली गई और 56 लोग घायल हुए थे। कर्नाटक सरकार ने हाई कोर्ट को यह जानकारी दी है। इसके तहत एक एसआईटी बनाई जाएगी, जो पूरे मामले की गहराई से जांच करेगा। गौरतलब है कि हादसे के बाद हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार से जवाब तलब किया था ।
सीआईडी के अलावा, सरकार ने मजिस्ट्रेट से भी जांच कराने की घोषणा की है, जिसे बेंगलुरु सिटी जिले के डिप्टी कमिश्नर और जिला मजिस्ट्रेट 15 दिन के भीतर पूरा करेंगे । इस जांच में यह पता लगाने की कोशिश होगी कि भगदड़ क्यों मची, कहां चूक हुई और कौन जिम्मेदार है।
जीत के जश्न के दौरान हुआ हादसा
यह हादसा रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL का खिताब जीतने के बाद होने वाले जश्न के दौरान हुआ । टीम की जीत के बाद बुधवार को विक्ट्री परेड रखी गई थी । इस मौके पर स्टेडियम के पास करीब 2.5 लाख लोग जमा हो गए थे ।
हालांकि पुलिस ने सुरक्षा के लिए एक हजार से अधिक जवानों और KSRP के 325 कर्मियों को तैनात किए थे, लेकिन भारी भीड़ को संभालने में वो नाकाम रहे । भगदड़ की घटना में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए ।
सभी मृतकों के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा
कर्नाटक सरकार ने सभी मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है । घायलों के इलाज का पूरा खर्च भी सरकार वहन कर रही है । इसके अलावा, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) ने भी हर मृतक के लिए 5 लाख रुपये का अतिरिक्त मुआवजा देने की घोषणा की है ।
घटना को लेकर RCB, KSCA की प्रशासनिक समिति, DNA नेटवर्क ( इवेंट मैनेजर)और कुछ अन्य संस्थाओं के खिलाफ कब्बन पार्क पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है । पुलिस का कहना है कि यह मामला लापरवाही और भीड़ नियंत्रण में चूक से जुड़ा है, और सभी संबंधित पक्षों से पूछताछ की जाएगी।