चंद्रशेखर फंस गए या फंसाए गए, क्यों आत्महत्या कर लूंगा रोहिणी?

Authored By: News Corridors Desk | 26 Sep 2025, 02:12 PM
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इंदौर की पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी और उत्तर प्रदेश के नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद के बीच का विवाद बढ़ता ही जा रहा है. 2021 से शुरू हुए कथित प्रेम संबंधों से शुरु हुआ ये रिश्ता अब यौन शोषण, इमोशनल ब्लैकमेलिंग और नाइंसाफी की ओर मुड़ चुका है. 24 सितंबर 2025 को रोहिणी ने सोशल मीडिया पर आत्महत्या की धमकी दी, जिसने पूरे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हड़कंप मचा दिया. लेकिन क्या ये सिर्फ एक व्यक्तिगत विवाद है या इसके पीछे कोई राजनीतिक साजिश है?

विवाद की शुरुआत: प्रेम प्रसंग से शोषण के आरोप

2021 में मुलाकात: रोहिणी घावरी, जो अभी स्विट्जरलैंड में रहकर पीएचडी कर रही हैं, उनका आरोप है कि 2021 में चंद्रशेखर आजाद से उनकी मुलाकात हुई. शुरू में ये एक सामान्य प्रेम संबंध था, जहां चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताकर रोहिणी से रिश्ते बनाए . रोहिणी दावा करती हैं कि चंद्रशेखर ने उनका सालों तक इमोशनली और फिजिकली इस्तेमाल किया. इस पर वो सफ़ाई भी देती हैं कि मैंने मैंने गरीब चंद्रशेखर को पसंद किया था, सांसद चंद्रशेखर को नहीं. लेकिन चंद्रशेखर ने मेरा इस्तेमाल कर मुझे छोड़ दिया. मामला 2025 तक शांत रहता है लेकिन 2025 में रोहिणी अचानक से सोशल मिडिया पर एक्टिव होती हैं. जून 2025 से रोहिणी लगातार एक्स पर वीडियो और फोटो शेयर कर रही हैं. एक पोस्ट में उन्होंने चंद्रशेखर की परिवार वाली तस्वीर साझा की और लिखा. ये फोटो पहले क्यों नहीं डाली.  मेरा जीवन बर्बाद कर खुशियां मना रहा है. आज तेरे नाम पर जहर खाऊंगी. 

रोहिणी ने चंद्रशेखर के ख़िलाफ़ कहां कहां शिकायत की

महिला आयोग में शिकायत: जून 2025 रोहिणी ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) में यौन शोषण की शिकायत दर्ज की। आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं।

दिल्ली पुलिस को शिकायत: जून-जुलाई 2025 रोहिणी ने FIR की मांग की, सबूत (चैट्स, वीडियो) सौंपे।    पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन FIR दर्ज नहीं हुई। रोहिणी का आरोप: "राजनीतिक दबाव से पुलिस आरोपी को बचा रही है।"

PM को पत्र: जून 2025 रोहिणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई। कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं। इसके साथ ही रोहिणी ने OpIndia को दिए इंटरव्यू में कहा चंद्रशेखर मसीहा बनकर घूमते हैं, लेकिन महिलाओं का सम्मान नहीं करते और यही मेरी जिंदगी की सच्चाई है.

चंद्रशेखर आजाद ने रोहिणी के आरोपों को झूठा बताया

चंद्रशेखर ने सभी आरोपों को झूठा प्रचार बताया. उन्होंने कहा कि रोहिणी राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं, खासकर उनकी लोकप्रियता बढ़ने के बाद. उन्होंने रोहिणी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है. 

चंद्रशेखर के समर्थक रोहिणी पर सवाल उठा रहे हैं

चंद्रशेखर के कुछ समर्थक उनके समर्थन में रोहिणी पर सवाल भी उठा रहे हैं. एक्स पर समर्थक पोस्ट्स में दावा किया गया कि जब चंद्रशेखर को गोली लगी, तब रोहिणी का प्यार नहीं जागा, लेकिन सांसद बनने पर जाग गया. कुछ पोस्ट्स में रोहिणी को BJP टूलकिट कहा गया, जो चंद्रशेखर की दलित राजनीति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं.

राजनीतिक कोण: दलित समाज पर असर?
ये विवाद सिर्फ व्यक्तिगत नहीं बल्कि एक उभरते दलित नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठा रहा है। चंद्रशेखर, भीम आर्मी के संस्थापक, दलित अधिकारों के प्रतीक बनकर उभरे हैं..रोहिणी के आरोप चंद्रशेखर की इमेज को ख़राब कर रहे हैं. रोहिणी ने पीएम को पत्र लिख दिया, महिला आयोग से शिकायत कर दी, एफआईआर दर्ज करने की माँग तक कर दी लेकिन अब तक FIR दर्ज नहीं करा पाई हैं. ऐसे में क्या इस मामले की जाँच होगी, क्या इस सच से कभी पर्दा उठेगा कि सही कौन है?