केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी के घर और उनसे जुड़े कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है । सीबीआई ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) के खिलाफ 2,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के बैंक लोन फ्रॉड के मामले में केस दर्ज किया है । यह छापेमारी इसी सिलसिले में की गई ।
भारतीय स्टेट बैंक की ओर से इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है । एसबीआई ने 13 जून 2025 को इस खाते को फर्जी घोषित किया था । CBI की टीम सुबह करीब 7 बजे अनिल अंबानी से जुड़े छह अलग-अलग ठिकानों पर पहुंची । बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम बैंक लोन फ्रॉड से जुड़े दस्तावेजों की तलाश में छापेमारी कर रही है ।
ईडी भी कर चुकी है पूछताछ और छापेमारी
सीबीआई से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी अनिल अंबानी के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है। 24 जुलाई को ED ने दिल्ली और मुंबई में उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके अलावा 5 अगस्त को ईडी ने दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में अनिल अंबानी से लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी । यह पूछताछ 17000 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक लोन धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में थी ।
ईडी की पिछली कार्रवाई के दौरान 35 ठिकानों पर छापे मारे गए थे। यह छापेमारी दिल्ली और मुंबई में हुई थी और इसमें कुल 50 कंपनियों की जांच की गई। इस दौरान 25 लोगों से पूछताछ की गई थी। ईडी की प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला था कि बैंकों, निवेशकों और अन्य संस्थाओं को धोखा देकर जनता के पैसों की हेराफेरी की गई।
जानकारी के मुताबिक, 2017 से 2019 के बीच रिलायंस अनिल अंबानी समूह की कंपनियों को यस बैंक से करीब 3,000 करोड़ रुपये का लोन मिला था। ईडी का कहना है कि इस मामले में अवैध लेन-देन का नेटवर्क सामने आया है।