कथावाचक कांड के बाद इटावा के दांदरपुर में 'अहिर रेजिमेंट' के सदस्यों का बवाल,कई उपद्रवी गिरफ्तार

Authored By: News Corridors Desk | 26 Jun 2025, 05:15 PM
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उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में स्थित दांदरपुर गांव में गुरुवार को एक बार फिर टकराव की स्थिति बन गई। हालात तब तनावपूर्ण हो गए जब कथावाचकों से कथित बदसलूकी के मामले में विरोध कर रहे 'अहीर रेजीमेंट' के सदस्यों ने गांव में घुसने की कोशिश की।

हालांकि सुरक्षा व्यवस्था की वजह से वो लोग सफल नहीं हो सके लेकिन पुलिस द्वारा रोके जाने पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया । इसके बाद कुछ समय के लिए हालात बेकाबू होता दिखा लेकिन पुलिस ने जल्द ही इसे संभाल लिया ।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी । इस दौरान पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। झड़प के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य उपद्रवियों की तलाश की जा रही है।

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क्या है मामला ?

21 जून को दांदरपुर गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ दुर्व्यवहार की घटना सामने आई थी। आरोप था कि कथावाचकों ने कथित रूप से अपनी जाति छिपाकर धार्मिक कथा कही और एक महिला से छेड़छाड़ की। घटना के बाद कथावाचक संत कुमार यादव का सिर भी जबरन मुड़वा दिया गया था।

वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने 23 जून को चार ब्राह्मण युवकों को गिरफ्तार किया था। इसके जवाब में कथावाचकों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इटावा पुलिस ने दोनों कथावाचकों मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत सिंह यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है । इनपर फर्जी आधार कार्ड बनाने और जाति छुपाकर कथा करने का आरोप है ।

कथावाचकों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद यादव संगठन ( अहिर रेजिमेंट) के सदस्यों ने थाना बकेवर का घेराव कर जमकर हंगामा किया और कथावाचकों के खिलाफ मामला वापस लेने की मांग की । 

मामले को राजनीतिक रंग देने से बढ़ा बवाल

कथावाचकों के मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई । समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को उठाते हुए कथावाचकों को सम्मानित किया और सरकार पर निशाना साधा। कथावाचकों के साथ बदसलूकी के मामले को जातिगत और राजनीतिक रंग दिए जाने के बाद तनाव और बढ़ गया ।

गुरुवार को कथावाचकों के समर्थन में गगन यादव के नेतृत्व में उसके 'अहीर रेजीमेंट' के सदस्य गांव में घुसने की कोशिश करने लगे । पुलिस ने जब उन्हें रोका तो प्रदर्शनकारियों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया । इसके बाद पुलिस ने सख्ती बरती और उपद्रवियों को वहां से खदेड़ दिया । इस दौरान कई उपद्रवियों को मौके से गिरफ्तार भी कर लिया।