ईरान पर हमले के बाद नेतन्याहू ने पीएम मोदी से की बातचीत, भारत का कूटनीतिक समाधान पर जोर

Authored By: News Corridors Desk | 13 Jun 2025, 08:58 PM
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ईरान पर हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की है । उन्होंने  पीएम मोदी को ताजा हालात की जानकारी दी और हमले को लेकर अपने पक्ष से अवगत कराया ।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है । उन्होंने कहा है कि, 'मुझे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का फोन आया.  उन्होंने मुझे मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी । मैंने भारत की चिंताओं को साझा किया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की आवश्यकता पर जोर दिया । '

इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने क्षेत्र में मौजूद भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने, सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।

ईरान पर इज़रायली हवाई हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव  बढ़ा

ईरानी ठिकानों पर इजरायली हमले के बाद क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया है क्योंकि  ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई का ऐलान किया है । गौरतलब है कि शुक्रवार को इजरायली हमलों में ईरान में 78 लोगों के मारे जाने और तीन सौ से अधिक लोगों के घायल की पुष्टि की जा चुकी है ।

मारे गए लोगों में ईरान की सेना के कई शीर्ष अधिकारियों सहित कई परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल हैं । इजरायल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं, मिसाइल निर्माण स्थलों और सैन्य कमांडरों को खास तौर से निशाना बनाया है । इजरायल ने इस अभियान को 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' नाम दिया है ।  प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इसे देश के इतिहास का निर्णायक पल बताया । 

इजरायली प्रधानमंत्री ने विश्व के कई नेताओं से बात की 

इज़रायली प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, बेंजामिन नेतन्याहू विश्व के कई बड़े नेताओं से भी संपर्क में हैं । वो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से चर्चा करने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी बात की थी । नेतन्याहू कार्यालय के बयान में कहा गया कि इन देशों के नेताओं ने इज़रायल की आत्मरक्षा की जरूरतों को समझा और समर्थन जताया।

इज़रायल और ईरान के बीच शुरू हुए इस टकराव को लेकर सिर्फ पश्चिम एशिया ही नहीं बल्कि दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है । यदि हालात और बिगड़ते हैं तो जान-माल के नुकसान के साथ-साथ दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा ।