पहलगाम आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इस हमले के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में एक के बाद एक उच्चस्तरीय बैठकें हो रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा सचिव, वायुसेना, नौसेना प्रमुखों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ लगातार सुरक्षा स्थिति पर मंथन किया है। भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का संकेत देते हुए पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाया है।
पीएम मोदी से रक्षा सचिव और तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मुलाकातें
पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी की पीएम से पूर्व में हुई बैठकों के बाद हुई। माना जा रहा है कि इन बैठकों में भारत की जवाबी कार्रवाई की रणनीति, सीमाओं की स्थिति और समुद्री मार्गों की निगरानी पर चर्चा की गई।
लोक कल्याण मार्ग पर हुई हाई लेवल मीटिंग
यह बैठक प्रधानमंत्री आवास लोक कल्याण मार्ग पर हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल थे। यह बैठक सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की उस बैठक के बाद हुई है जिसमें आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक रुख अपनाने पर जोर दिया गया था।
पहलगाम हमले के एक दिन बाद सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कहा कि "हमले के जिम्मेदार आतंकियों और उनके मददगारों को सख्त सजा दी जाएगी।" सरकार ने भारतीय सशस्त्र बलों को जवाबी कार्रवाई के तरीके, लक्ष्य और समय तय करने की पूरी स्वतंत्रता दे दी है।
पाकिस्तान को भेजा गया कड़ा संदेश
सरकार ने पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन के लिए सख्त चेतावनी देते हुए कई रणनीतिक और कूटनीतिक कदम उठाए हैं:
सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है।
पाकिस्तान के साथ आर्थिक और राजनयिक संबंधों की पुनर्समीक्षा की जा रही है।
कई व्यापारिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को निलंबित किया गया है।
हमले के बाद केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें विपक्षी दलों ने सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का समर्थन किया। इस बैठक में बताया गया कि हमला सीमा पार आतंकियों द्वारा प्रायोजित था और इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में चुनावों और आर्थिक विकास को बाधित करना था।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: UNSC पहुंचा मामला
भारत के कड़े कदमों के जवाब में पाकिस्तान ने मामला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) तक पहुंचा दिया है। उसने सुरक्षा परिषद से आपातकालीन परामर्श का अनुरोध किया है, लेकिन भारत इस कूटनीतिक मोर्चे पर भी पूरी तैयारी के साथ खड़ा नजर आ रहा है।