22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई जबकि 17 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। आतंकियों ने सुनियोजित तरीके से आम नागरिकों को निशाना बनाया, जिससे यह हमला बेहद क्रूर और निंदनीय बन गया।
अमेरिका ने भारत के साथ खड़े होने का वादा किया
हमले के बाद दुनिया भर से भारत को समर्थन मिला है। अमेरिका की ओर से सख्त और स्पष्ट संदेश आया है। अमेरिकी संसद के स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा कि अमेरिका भारत का हर हाल में साथ देगा। उन्होंने कहा, “भारत को आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा होना होगा और अमेरिका इसमें हर मुमकिन मदद करेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप प्रशासन भारत को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगा और आतंकवाद से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करेगा। यह बयान अमेरिकी संसद के कैपिटल हॉल में एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया।
भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती मिलेगी
जॉनसन ने भारत को अमेरिका का "महत्वपूर्ण साझेदार देश" बताया और कहा कि दोनों देशों के रिश्ते और गहरे होंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर खतरा बढ़ता है, तो अमेरिका तुरंत भारत की मदद के लिए तैयार रहेगा।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया: सिंधु जल संधि स्थगित
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया। भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है। यह पहली बार है जब भारत ने इस संधि पर इतना बड़ा कदम उठाया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय तब तक लागू रहेगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन नहीं रोकता। यह कदम भारत की ओर से पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।
भारत सरकार ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से पाकिस्तान से जुड़े कई यूट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है। साथ ही, 23 मई तक के लिए पाकिस्तानी विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र का उपयोग करने पर भी रोक लगा दी गई है।