तमहिनी घाट बना भारत का सबसे ज्यादा बारिश वाला इलाका: पीछे छूटे चेरापूंजी और मौसिनराम

Authored By: News Corridors Desk | 29 Sep 2025, 01:46 PM
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पुणे जिले की मुलशी तहसील में स्थित सुंदर तमहिनी घाट में इस मानसून में रिकॉर्ड 9,194 मिमी बारिश हुई है। इसके कारण यह जगह भारत के सबसे ज्यादा बारिश वाले इलाकों में पहला नंबर पर आ गया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड मेघालय के चेरापूंजी और मौसिनराम जैसे जगहों के नाम था।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि इस बार तमहिनी घाट में बहुत ज्यादा बारिश हुई है। यह जगह पश्चिमी घाट की पहाड़ियों में है, जहाँ बारिश ज़्यादा होती है। इस बार बारिश का आंकड़ा 9,000 मिमी से भी ऊपर पहुंच गया है।

तमहिनी घाट, जो महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित है। वहीं, चेरापूंजी (मेघालय) पूर्वोत्तर भारत में स्थित है और दुनिया के सबसे ज्यादा बारिश वाले इलाकों में गिना जाता है। चेरापूंजी के पास ही एक और गाँव है जिसका नाम मौसिनराम है, ये भी  में सबसे अधिक बारिश वाला स्थान माना जाता है। दोनों जगहों के बीच लगभग 2,500 किलोमीटर की दूरी है, लेकिन इसके बावजूद तमहिनी घाट ने प्रसिद्ध वर्षा स्थानों के साथ सही तुलना स्थापित कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। इससे पता चलता है कि भारत के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक विविधता के बीच भी वर्षा की तीव्रता समान रूप से प्रभावशाली हो सकती है। तमहिनी घाट की लगातार घनी बारिशने इसे वेस्टर्न घाट्स का "बारिश का गहना" बना दिया है।

पश्चिमी घाट: ऐसे पहाड़ जो बारिश लाने में करते हैं मदद

पश्चिमी घाट: भारत के पश्चिमी किनारे पर बड़ी पहाड़ों की चोटियों की एक लंबी रेंज है। इसे सह्याद्रि भी कहते हैं। यह करीब 1,600 किलोमीटर लंबा है और छह राज्यों में फैला हुआ है। यहाँ बहुत सारे पेड़-पौधे और जानवर रहते हैं। ये पहाड़ बारिश लाने में मदद करते हैं। पश्चिमी घाट की जगह बहुत सुंदर है और यहाँ कई ठंडी जगहें और हिल स्टेशन भी हैं। इसे दुनिया की खास जगह माना जाता है।

तमहिनी घाट: मानसून में यहाँ का हरियाली और झरनों की खूबसूरत नगरी

तमहिनी घाट प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत जगह है। यहाँ कई झरने और नदियाँ हैं। मानसून में यहाँ का हरियाली बहुत सुंदर हो जाती है। यहाँ का तमहिनी जलप्रपात भी बहुत मशहूर है। लोग ट्रेकिंग और प्रकृति का आनंद लेने यहाँ आते हैं। इसके अलावा, यहाँ से मुलशी बांध तक भी आसानी से पहुँचा जा सकता है।

वहीं, पूर्वोत्तर भारत के खासी पहाड़ों में इस साल 1 जून से 28 सितंबर तक सिर्फ 3,029 मिमी बारिश हुई है, जो कि सामान्य से लगभग 30% कम है। इस तरह, तमहिनी घाट ने न सिर्फ अपनी खूबसूरती बढ़ाई है, बल्कि बारिश के मामले में भी देश के दूसरे बड़े इलाकों को पीछे छोड़ दिया है।

तम्हिनी घाट में घूमने की जगहें: किले, झील, वॉटरफॉल्स, कैंपिंग और ट्रेकिंग

यहाँ का मुलशी डैम और झील बहुत सुंदर है, जहाँ लोग पिकनिक मनाने, पक्षी देखने और कैंपिंग करने आते हैं। बारिश के मौसम में यहाँ का नज़ारा और भी खूबसूरत हो जाता है। तम्हिनी वॉटरफॉल्स और देवकुंड झरना भी यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं, जहाँ साफ पानी ऊँचाई से गिरता है और देखने में बहुत अच्छा लगता है।

अगर आपको ट्रेकिंग पसंद है तो अंधारबन जंगल ट्रेक ज़रूर करें, यह ट्रेक घने और थोड़े अंधेरे जंगलों से होकर जाता है। रोमांच के शौकीनों के लिए कोलाड में नदी की राफ्टिंग बहुत मजेदार होती है। जो लोग इतिहास पसंद करते हैं, वे रायगढ़ किले और पास के दूसरे किले जैसे राजगढ़, तोरणा, सुधागढ़ और रोहिडा किला देख सकते हैं।