दिल्ली। नीति आयोग ने 16 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली में श्रीलंका की प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी नीरेका अमरसूर्या की मेजबानी की। यह यात्रा, दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और बुनियादी ढांचा, शिक्षा, पर्यटन, कौशल विकास तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्रों में भारत की परिवर्तनकारी पहलों पर विचार साझा करने पर केंद्रित था।
श्रीलंका की प्रधानमंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में थिंक टैंक और समन्वय मंच के रूप में नीति आयोग की भूमिका की सराहना की और दीर्घकालिक नीति निर्माण को जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन के साथ जोड़ने की इसकी अद्वितीय क्षमता का उल्लेख किया। नीति आयोग केंद्रीय मंत्रालयों और राज्यों के साथ मिलकर कैसे कार्य करता है,
विश्लेषण, साक्ष्य-आधारित नीति-निर्माण और नागरिकों से प्राप्त प्रतिक्रिया को प्रभावी शासन से कैसे जोड़ता है, उन्होंने यह भी समझने की कोशिश की। श्रीलंका की सुधार यात्रा का उल्लेख करते हुए उन्होंने ऐसे संस्थानों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला जो नीतिगत सुसंगतता, साक्ष्य-आधारित निर्णयों और राजनीतिक चक्रों से परे निरंतरता को बढ़ावा देते हैं।