डाक सेवा में बदलाव: 1 अक्टूबर से स्पीड पोस्ट महंगी होगी, जानिए नई सुविधाओं के बारे में

Authored By: News Corridors Desk | 30 Sep 2025, 01:55 PM
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अगर आप भी उन लोगों में हैं जो प्राइवेट कूरियर की जगह भारतीय डाक की स्पीड पोस्ट सेवा का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए ज़रूरी है। डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट से जरूरी पेपर या डाक्यूमेंट्स भेजने के दामों में बदलाव किया है। ये नई दरें 1 अक्टूबर 2025 से लागू होंगी। साथ ही, अब स्पीड पोस्ट में ओटीपी से डिलीवरी कन्फ़र्म करना, लाइव ट्रैकिंग और ऑनलाइन बुकिंग जैसी नई सुविधाएँ भी मिलेंगी।

वजन और दूरी के अनुसार स्पीड पोस्ट के चार्ज

अगर सामान का वजन 51 से 250 ग्राम के बीच है, तो स्थानीय इलाके में भेजने पर 24 रुपए चार्ज होंगे। दूरी बढ़ने पर चार्ज भी बढ़ेगा — 200 किलोमीटर तक 59 रुपए, 201 से 500 किलोमीटर तक 63 रुपए, 501 से 1000 किलोमीटर तक 68 रुपए, 1001 से 2000 किलोमीटर तक 72 रुपए और 2000 किलोमीटर से ऊपर 77 रुपए तक देना होगा।

जब सामान का वजन 251 से 500 ग्राम के बीच हो, तो स्थानीय इलाके में भेजने का चार्ज 28 रुपए होगा। इसी तरह, दूरी के हिसाब से चार्ज बढ़ता जाएगा — 200 किलोमीटर तक 70 रुपए, 201 से 500 किलोमीटर तक 75 रुपए, 501 से 1000 किलोमीटर तक 82 रुपए, 1001 से 2000 किलोमीटर तक 86 रुपए और 2000 किलोमीटर से ऊपर 93 रुपए चार्ज देना होगा।

इसका मतलब है कि जितना भारी सामान और जितनी दूर भेजोगे, उतना ज्यादा शुल्क देना होगा।

पहले स्पीड पोस्ट के शुल्क कैसे होते थे?

पहले स्पीड पोस्ट के दाम सामान के वजन और दूरी पर निर्भर करते थे। 50 ग्राम तक का सामान अगर अपने ही इलाके में भेजना होता तो 15 रुपए लगते थे, और 200 किलोमीटर तक भेजने पर 35 रुपए फीस होती थी। 

अगर सामान का वजन 51 से 200 ग्राम के बीच होता, तो स्थानीय इलाके में भेजने पर 25 रुपए और 200 किलोमीटर तक भेजने पर 35 रुपए देने होते थे। 201 से 500 ग्राम तक के सामान के लिए स्थानीय जगह पर 30 रुपए और 200 किलोमीटर तक 40 रुपए चार्ज होते थे। जैसे-जैसे दूरी बढ़ती थी, वैसे-वैसे दाम भी बढ़ते थे। 

इसके अलावा, हर 500 ग्राम या उसके हिस्से के लिए अलग से अतिरिक्त चार्ज भी लगता था।

स्पीड पोस्ट के चार्ज बढ़ने का कारण

इनलैंड स्पीड पोस्ट के दाम को चार्ज बढ़ने का कारण बताया जा रहा है, आखिरी बार इनलैंड स्पीड पोस्ट के दाम अक्टूबर 2012 में बढ़ाए गए थे। तब से अब तक समय के साथ कामकाज की लागत बढ़ी है और सेवा को बेहतर बनाने के लिए नई तकनीकों और सुधारों में निवेश भी जरूरी हो गया है। इसलिए, इन बढ़ती जरूरतों और खर्चों को ध्यान में रखते हुए स्पीड पोस्ट के शुल्क को उचित तरीके से बदलाव किया गया है।