भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देशभर के मौसम को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है। एक ओर जहां उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत भीषण गर्मी की चपेट में है, वहीं पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है। IMD ने अगले सात दिनों के लिए हीटवेव और भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।
उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी भारत में अगले छह दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है। दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में तापमान सामान्य से ऊपर पहुंचने की संभावना है, जिससे लू का प्रभाव बढ़ेगा।
11 राज्यों में हीटवेव का कहर
IMD ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, ओडिशा, पंजाब और पूर्वी राजस्थान समेत कुल 11 राज्यों में हीटवेव की चेतावनी दी है। इसके अलावा, बिहार और झारखंड में 24 से 26 अप्रैल तक रात का तापमान भी अधिक बना रह सकता है, जिससे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली-एनसीआर: गर्मी से राहत नहीं
राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में मौसम अगले तीन दिनों तक शुष्क बना रहेगा।
अधिकतम तापमान: 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है
न्यूनतम तापमान: 25-26 डिग्री सेल्सियस
अलर्ट: शुक्रवार और शनिवार के लिए येलो अलर्ट जारी
यहां पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस तक रहा है।
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट
24 से 26 अप्रैल के बीच असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, 24 अप्रैल को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आंधी-तूफान और तेज हवाएं (30-50 किमी/घंटा) चलने की चेतावनी है।
दक्षिण भारत में मौसम रहेगा अस्थिर
दक्षिण भारत के कई राज्यों में भी मौसम बिगड़ने के संकेत हैं:
केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में तेज हवाओं के साथ बारिश
तमिलनाडु, पुडुचेरी और तेलंगाना में अगले 7 दिनों तक आंधी-तूफान और बिजली गिरने की संभावना
हिमालयी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ का असर
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। यह पैटर्न उत्तर और मध्य पाकिस्तान में सक्रिय चक्रवाती सिस्टम से उत्पन्न हो रहा है।
क्या करें इस मौसम में? - सुरक्षा के लिए सुझाव
हीटवेव वाले इलाकों में: दिन के समय घर से बाहर निकलने से बचें, खूब पानी पिएं और हल्के कपड़े पहनें।
बारिश प्रभावित क्षेत्रों में: बिजली गिरने और तेज हवाओं से बचाव के लिए सुरक्षित जगह पर रहें और यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लें।
किसानों के लिए: फसलों की सुरक्षा के लिए खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करें और मौसम विभाग की एडवाइजरी पर नजर रखें।