अफ़सर बने राम -रावण …और शाहजहाँ…

Authored By: News Corridors Desk | 28 Feb 2025, 05:26 PM
news-banner

पटना : कला का कोई दायरा नहीं होता । कला का अपना आसमान होता है और कलाकारों की अपनी ही दुनिया । अफसरों का बेशक बहुत रुआब रहता हो लेकिन उनके अंदर भी एक कलाकार होता है जिसका ह्दय मोम की तरह ही कोमल होता है । 

पटना के राजवंशी नगर स्थित उर्जा ऑडिटोरियम में इन दिनों एक ऐसा आयोजन चल रहा है जहां देश भर के सिविल सेवा के अधिकारी संगीत, नृत्य एवं लघु नाट्य प्रतियोगिता में पूरी शिद्दत से हिस्सा ले रहे हैं । यह आयोजन बिहार सचिवालय स्पोर्ट्स फाउंडेशन के तत्वावधान में और केंद्रीय सिविल सेवा सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा बोर्ड, भारत सरकार के मार्गदर्शन में हो रहा है । 

गुरुवार को कुल पांच नाटकों का मंचन किया गया । पहली कहानी थी...' काम का न काज का तमाशा मूर्ख राज का’ । इस कहानी का संदेश ये कि लोगों को पता चले कि उनके अधिकार क्या हैं । ये भी कि कि बुनियादी चीजों रोटी-कपड़ा-मकान से ऊपर भी बहुत सारी सुविधाएँ हैं और ये केवल प्रभावशाली तबके के लिए ही नहीं होतीं । आम लोगों का भी हक है कि ये उन्हें भी मयस्सर हों । 

hkmQmzL.jpeg

दूसरे  नाटक ' हमारे राम'  का मंचन हिमाचल प्रदेश सचिवालय की तरफ से किया गया। कहानी मूल रूप से तेलुगू भाषा में कम्बन रामायण के आधार पर खेली गई। जिसका नाट्यरूपांतरण महानायक आशुतोष राणाजी ने किया। इस कहानी में प्रपंच से  किस तरह शूर्पणखा ने अपने पति के वध का बदला रावन से लिया यह दिखाया गया । 

तीसरा नाटक महाराष्ट्र सचिवालय की प्रस्तुति थी । नाटक का शीर्षक था 'द कॉमन मैन' । इस नाटक में यह दिखाया गया है कि एक साधारण परिवार के संघर्षों की कहानी कैसे चलती हैं। 

00CCPvR.jpeg

चौथी प्रस्तुति आरएसबी कानपुर की थी । नाटक का शीर्षक था 'ताज महल का टेंडर'  । बादशाह शाहजहाँ अगर आज के वर्तमान समय में ताजमहल बनवाना चाहते तो इस आधुनिक समय में ताजमहल का टेंडर देने में कितनी सुविधाएँ या कठिनाई से रूबरू होना पड़ता, इसी को इस नाटक में दिखाया गया है । हास्य भरे लहजे में सरकारी संस्थाओं के कार्य करने की गति और लीपापोती को इस नाटक में दर्शाया गया है । 

पूरे आयोजन में दर्शकों के साथ ही जजों का भी प्रस्तुति से भरपूर मनोरंजन हुआ । दर्शक हंसते हंसते लोटपोट हुए तो कई बार चिंतनशील भी हुए । कलाकारों ने उन्हें अपनी प्रस्तुति से ताली बजाने को मजबूर कर दिया। इस आयोजन में अलग-अलग प्रदेशों की 18 टीमें हिस्सा ले रही हैं जिनमें 750 प्रतिभागी शामिल हैं । 
। 


रिपोर्ट :  गौतम  मयंक

परिचय :-  क़रीब ढाई दशक से पत्रकारिता जगत में सक्रिय ।  आजतक, न्यूज़ नेशन, न्यूज़ एक्सप्रेस और न्यूज़ इंडिया समेत कई चैनलों में अहम संपादकीय ज़िम्मेदारी निभाई ।  बिहार की राजनीति की गहरी समझ । साहित्य-संस्कृति के गंभीर अध्येता ।