तत्काल टिकटों की लूट पर रेलवे की सर्जिकल स्ट्राइक,2.5 करोड़ IRCTC आईडी को किया गया डीएक्टिवेट

Authored By: News Corridors Desk | 26 Jul 2025, 03:06 PM
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कभी अचानक कहीं जाने का प्लान बना और ट्रेन में तत्काल टिकट बुक करने बैठे,लेकिन जबतक आप प्रोसेस को पूरा करें तबतक स्क्रीन पर संदेश आ गया ‘No Tickets Available’ ।  देश भर में लाखों यात्री लंबे समय से इस परेशानी से जूझ रहे थे।हर कोई यही सोचता था कि आखिर दो-तीन मिनटों में ही इतने सारे टिकट्स कैसे बुक हो जाते हैं।लेकिन अब हालात बदलते दिख रहे हैं ।

वजह है रेलवे का बड़ा कदम जो आम लोगों की इसी तरह की परेशानियों को देखते हुए उठाया गया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन यानि IRCTC ने ट्रेन टिकट बुकिंग सिस्टम में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए बड़े कदम उठाए हैं जिसका असर भी दिखने लगा है । 

IRCTC ने 2.5 करोड़ से ज़्यादा यूजर आईडी डीएक्टिवेट किए

IRCTC ने  इस तरह की धांधली को रोकने के लिए 2.5 करोड़ से ज़्यादा संदिग्ध और फेक यूज़र आईडी को सिस्टम से बाहर कर दिया है । सरकार की ओर से संसद में दी जानकारी के अनुसार जिन अकाउंट्स को डीएक्टिवेट किया गया है उनकी बुकिंग पैटर्न को संदिग्ध पाया गया । तत्‍काल बुकिंग विंडो खुलने के कुछ ही मिनटों में टिकट गायब होने की बड़ी वजह वो एजेंट्स थे जो बॉट्स का यूज करके सारे टिकट गायब कर देते थे ।

इससे आम यात्री टिकट बुक ही नहीं कर पाता था और थक हार कर उसे एजेंट्स के पास ही जाना पड़ता था । एजेंट्स तत्काल टिकट बुक करने के एवज में यात्रियों से मोटी रकम वसूलते थे । अब रेलवे ने न सिर्फ इसपर रोक लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है बल्कि टिकट  बुकिंग प्रक्रिया को सुधारने और आम यात्रियों को प्राथमिकता देने के लिए और भी कई बड़े बदलाव किए हैं।

तत्काल टिकट बुकिंग के नए नियम 

ट्रेनों में तत्काल टिकटों की बुकिंग के लिए अब आधार वेरिफिकेशन की जरूरत होगी, यानि सिर्फ आधार-वेरिफाइड यूज़र ही तत्काल टिकट बुक कर सकेंगे । इसका उद्देश्य फर्जी अकाउंट और बॉट्स के इस्तेमाल पर रोक लगाना है । यह नियम 1 जुलाई 2025 से लागू हो चुका है । एजेंट्स तत्काल टिकट विंडो खुलने के 30 मिनट तक टिकट बुक नहीं कर सकेंगे । इससे आम यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी और एजेंटों की मनमानी रुकेगी।

डिजिटल बुकिंग को बढ़ावा

सरकार के मुताबिक, वर्तमान में कुल आरक्षित टिकटों में से लगभग 89 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन माध्यम से बुक किए जा रहे हैं । रेलवे डिजिटल प्लेटफॉर्म को और मजबूत बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है ताकि यात्री सुविधा में सुधार हो सके।

रेलवे ने इमरजेंसी कोटे के नियमों में भी बदलाव किया है । पहले इस कोटे के तहत टिकट बुकिंग के लिए यात्री को उसी दिन आवेदन करना होता था, लेकिन अब यात्रियों को यात्रा से एक दिन पहले इमरजेंसी कोटे के तहत टिकट के लिए आवेदन करना होगा ।


वेटिंग लिस्ट पर निगरानी और जरूरत पर स्पेशल ट्रेनें

वेटिंग लिस्ट की स्थिति पर नियमित रूप से निगरानी रखी जाती है । जहां भी अतिरिक्त मांग होती है, वहां यात्रियों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इसका उद्देश्य यह है कि किसी भी यात्री को अंतिम समय में असुविधा का सामना न करना पड़े। जाहिर है भारतीय रेलवे का यह कदम न सिर्फ फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने में मदद करेगा, जिसका सीधा फायदा आम आदमी को मिलेगा ।