पन्ना की तमन्ना कि हीरा मुझे मिल जाए….और मिल गया

Authored By: News Corridors Desk | 26 Sep 2025, 02:33 PM
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पन्ना, मध्य प्रदेश: एमपी का पन्ना जिला जहां धूल-मिट्टी से सने मज़दूर, खदानें और पसीने की गंध हवा में घुली रहती है, वहां एक साधारण महिला की जिंदगी बदल गई…रचना गोल्डार, 50 साल की एक महिला जिनके तीन बच्चें हैं . उन्होंने एक हफ्ते में 8 अनमोल हीरे खोज निकाले. कुल 2.53 कैरेट वजन के इन हीरों में 6 जेम क्वालिटी के हैं, जो दुनिया की सबसे कीमती हीरों में से हैं रचना को मिला सबसे बड़ा हीरा पूरे 0.79 कैरेट का, जो किसी शाही आभूषण का गहना बन सकता है. यह कहानी सिर्फ हीरों की नहीं, बल्कि मेहनत, हिम्मत और किस्मत के संगम की है जिसने रचना की जिंदगी बदल दी.

200 रूपए की खदान से करोड़ों के हीरे निकले


भारत में हीरे केवल पन्ना की खदानों से ही मिलते हैं. यहां की मिट्टी में चमक बिखरी पड़ी है, लेकिन उसे पाने के लिए पसीने की नदियां बहानी पड़ती हैं। रचना गोल्डार अपने पति और बच्चों के साथ पन्ना के एक छोटे से गांव में रहती हैं उसने हजारा मुड्डा इलाके में अपनी छोटी-सी खदान ली थी. यह खदान महज 8x8 मीटर की है, जिसे उन्होंने सालाना 200 रुपये के किराए पर लिया. 
हर सुबह, सूरज की पहली किरण के साथ रचना अपनी खदान में उतरती थीं.  खदान की मिट्टी को छानना, पत्थरों को तोड़ना, और हर कण में हीरे की चमक की उम्मीद यही उनकी जिंदगी बन चुका था. कई महीनों की मेहनत के बाद जब उन्हें मिट्टी में कुछ चमकता मिला तो उनका दिल जोर से धड़का. सामने कोई साधारण पत्थर नहीं था, एक अनमोल रत्न था और अगले कुछ दिनों में, एक-एक करके, 8 हीरे उनके हाथों में चमक रहे थे.

नीलाम हीरों से लखपति बन जाएगी पन्ना 


रचना के खोजे 8 हीरों में से 6 जेम क्वालिटी के हैं, यानी ये हीरे इतने शुद्ध और चमकदार हैं कि इन्हें आभूषणों में इस्तेमाल किया जा सकता है. सबसे बड़ा हीरा 0.79 कैरेट का है, जो अपने आप में एक रत्न है. बाकी दो हीरे थोड़े ऑफ-कलर हैं, लेकिन उनकी कीमत भी कम नहीं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इन हीरों की नीलामी में लाखों रुपये की बोली लग सकती है। एक जेम क्वालिटी हीरे की कीमत 4 से 5 लाख रुपये तक हो सकती है.

पन्ना का हीरा कार्यालय, जो 1961 से इस इलाके में हीरों की खोज और नीलामी को संभाल रहा है.  रचना ने सारे हीरे वहीं जमा करा दिए हैं. यहां हर तीन महीने में नीलामी होती है, जिसमें देश-विदेश के बड़े व्यापारी हिस्सा लेते हैं। इन हीरों को जल्द ही नीलामी में रखा जाएगा, और सरकार 12% शुल्क (11% रॉयल्टी और 1% टीडीएस) काटने के बाद बाकी रकम रचना को सौंप देगी.

रचना की मेहनत एक मिसाल


रचना की कहानी सिर्फ किस्मत की नहीं, बल्कि उनकी मेहनत और हिम्मत की भी है. पन्ना में हजारों लोग खदानों में काम करते हैं. ज्यादातर मजदूर महिलाएं और पुरुष हैं, जो अपने परिवारों के लिए दो वक्त की रोटी कमाने की जद्दोजहद में जुटे रहते हैं. खदान लेना आसान है बस 200 रुपये का चालान और कुछ कागजी कार्रवाई. लेकिन हीरा मिलना? यह एक जुआं है, जिसमें हार की संभावना जीत से कहीं ज्यादा है. फिर भी, रचना ने हार नहीं मानी. उनके पति, जो खुद भी मजदूरी करते हैं, और उनके बच्चे, जो अब बड़े हो चुके हैं, उनकी इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
रचना ने बताया, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी खदान में इतना बड़ा खजाना छुपा है. मैं तो बस अपने बच्चों के लिए कुछ बेहतर करना चाहती थी. उनकी आवाज में गर्व और उम्मीद दोनों झलक रही थी। वह कहती हैं कि इस पैसे से वह अपने बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को सुरक्षित करेंगी. शायद एक छोटा-सा घर, कुछ बचत, और थोड़ा सुकून – यही उनका सपना है.

हीरों की नगरी है पन्ना


पन्ना भारत का इकलौता जिला है जहां हीरे का खनन होता है. पन्ना की खदानों में काम करने वाले ज्यादातर लोग स्थानीय हैं, जो पीढ़ियों से इस काम में जुटे हैं. लेकिन रचना की खोज ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले किसी ने एक साथ 7 हीरे जमा किए थे, लेकिन रचना ने 8 हीरों के साथ सबको चौंका दिया।

सोशल मीडिया स्टार बन चुकी है रचना 


रचना की मेहनत और लगन की कहानी अब सिर्फ पन्ना तक सीमित नहीं रही बल्कि सोशल मीडिया पर #PannaDiamondQueen ट्रेंड कर रहा है. लोग उनकी मेहनत और किस्मत की तारीफ कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, यह कहानी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है जो मेहनत में विश्वास रखता है. रचना जी, आप सच्ची हीरा रानी हैं. एक अन्य ने x पर पोस्ट किया  पन्ना की खदानों में अब भी खजाने छुपे हैं. बस हिम्मत और मेहनत चाहिए. 

रचना को नीलामी का इंतजार


अब सबकी नजरें उस नीलामी पर टिकी हैं, जहां रचना के हीरे बोली के लिए रखे जाएंगे. अनुमान है कि ये हीरे 20 लाख रुपये तक की कीमत ला सकते हैं. लेकिन अगर कोई बड़ा व्यापारी इनकी खासियत पर फिदा हो गया, तो यह रकम और भी बढ़ सकती है

रचना मज़दूर से हीरा रानी बनी


रचना गोल्डार अब सिर्फ एक मजदूर नहीं, बल्कि पन्ना की हीरा रानी बन चुकी हैं. उनकी खोज ने न सिर्फ उनके परिवार की जिंदगी बदल दी, बल्कि पूरे इलाके में एक नई उम्मीद जगा दी.  जैसे हीरे को चमकने के लिए तराशा जाता है, वैसे ही रचना ने अपनी मेहनत से अपनी किस्मत को तराशा है.