पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए जवाबी कार्रवाई की। भारतीय मिसाइल हमलों ने पाकिस्तान के कई रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाया। लाहौर में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है, जिससे वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ा है।
पाकिस्तान की बौखलाहट में सीमावर्ती क्षेत्रों पर गोलाबारी
अपनी सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान होते देख पाकिस्तान ने जवाबी गोलाबारी शुरू कर दी। नियंत्रण रेखा के पास स्थित भारतीय अग्रिम चौकियों और रिहायशी इलाकों में मोर्टार दागे गए। इन हमलों में 16 नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
सरकार की ओर से जारी वक्तव्य में बताया गया कि बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई कार्रवाई संतुलित थी और भारत का मकसद तनाव बढ़ाना नहीं था। भारत ने सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तान की ओर से जवाबी हमले की स्थिति में कठोर प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दी गई थी।
लाहौर में धमाकों की पुष्टि
गुरुवार सुबह से पाकिस्तानी मीडिया में लाहौर में धमाकों की खबरें सामने आने लगीं। कई सीमावर्ती इलाकों से भी इसी तरह की गतिविधियों की सूचना मिली। इससे अंदेशा मजबूत हुआ कि भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के रक्षा ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों को बनाया था निशाना
7 और 8 मई की दरमियानी रात पाकिस्तान ने भारत के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में 15 शहरों को निशाना बनाया। इनमें श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, लुधियाना और चंडीगढ़ जैसे अहम शहर शामिल थे। ड्रोन और मिसाइलों के जरिए हमले किए गए, जिन्हें भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया।
भारत की आक्रामक जवाबी रणनीति के चलते पाकिस्तान को अपने हमले रोकने पर मजबूर होना पड़ा। कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में की गई जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसके बाद वहां से गोलाबारी बंद कर दी गई।