भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और भी कमजोर होती जा रही है। हाल ही में पाकिस्तान सरकार के इकोनॉमिक अफेयर्स डिवीजन की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा किया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से अतिरिक्त ऋण (लोन) की मांग की गई है।
पोस्ट में कहा गया:
"पाकिस्तान सरकार ने दुश्मन द्वारा भारी नुकसान के बाद अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से और अधिक ऋण की अपील की है। बढ़ते युद्ध और शेयर बाजार में गिरावट के बीच, हम अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से तनाव कम करने में मदद करने का आग्रह करते हैं। राष्ट्र से आग्रह है कि वह दृढ़ रहे।"
इस पोस्ट में वर्ल्ड बैंक सहित कई वैश्विक संगठनों को टैग किया गया है, जिससे यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान वैश्विक मंच पर समर्थन पाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है।
चीन ने दी प्रतिक्रिया: संयम बरतने की अपील
भारत-पाकिस्तान तनाव पर चीन की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा:
"हमने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही स्थिति पर कल चीन की स्थिति साझा की है। चीन मौजूदा घटनाक्रमों से चिंतित है। भारत और पाकिस्तान दोनों चीन के पड़ोसी हैं और हम चाहते हैं कि वे शांतिपूर्ण ढंग से समस्या का समाधान करें।"
लिन जियान ने आगे कहा,
"चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है और दोनों पक्षों से संयम बरतने, अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का पालन करने की अपील करता है।"
भारत ने दिया करारा जवाब
पाकिस्तान द्वारा भारत के कई शहरों पर किए गए हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने मुंहतोड़ कार्रवाई की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान के तीन लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, जिनमें दो जेएफ-17 और एक एफ-16 शामिल हैं।
इसके अलावा, एक पाकिस्तानी पायलट को राजस्थान के लाठी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। भारत के सीमावर्ती जिलों — जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर और गंगानगर — में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
गुरुवार रात को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में मिसाइल और ड्रोन से हमले किए। गुजरात में भी कुछ संदिग्ध ड्रोन देखे गए, जिससे वहां के सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया।
इन हमलों के जवाब में भारत ने कई अहम सैन्य ठिकानों से जवाबी कार्रवाई की और सीमाओं पर निगरानी को और सख्त कर दिया है।