21 अप्रैल 2025 को कैथोलिक चर्च के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी मृत्यु की पुष्टि कार्डिनल केविन फेरेल ने की। पोप फ्रांसिस अपने जीवन के अंतिम दिन तक सक्रिय रहे और उन्होंने निधन से एक दिन पहले वेटिकन के दो अधिकारियों से मुलाकात भी की थी। अब पूरी दुनिया की नजर इस सवाल पर टिकी है – अगला पोप कौन होगा?
पोप फ्रांसिस का योगदान और विरासत
पोप फ्रांसिस, जिनका असली नाम जॉर्ज मारियो बेर्गोलियो था, 2013 में पोप चुने गए थे। वे पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे और उनकी विचारधारा में गरीबों, पर्यावरण और सामाजिक न्याय को विशेष स्थान प्राप्त था। उन्होंने चर्च की पारंपरिक छवि को तोड़ते हुए कई आधुनिक मुद्दों पर खुलकर बात की।
सबसे आगे हैं कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन
वेटिकन के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन को पोप फ्रांसिस का सबसे मजबूत उत्तराधिकारी माना जा रहा है। 70 वर्षीय पारोलिन इटली से हैं और 2013 से वेटिकन की कूटनीति और प्रशासन की कमान संभाल रहे हैं। उनके पास लंबा अनुभव और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली छवि है।
कार्डिनल पीटर एर्दो (हंगरी): यूरोपियन बिशप सम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष और एस्ज्टरगोम-बुडापेस्ट के आर्चबिशप हैं। उनकी विद्वता और नेतृत्व क्षमता चर्च के लिए मूल्यवान मानी जा रही है।
कार्डिनल मातेओ ज़ुप्पी (इटली): बोलोग्ना के आर्चबिशप और सेंट एगिडियो समुदाय के सदस्य हैं। वे शांति वार्ता और सामाजिक सेवाओं में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
कार्डिनल रेमंड लियो बर्क (अमेरिका): पारंपरिक विचारधारा के समर्थक हैं और पोप बेनेडिक्ट XVI के करीबी माने जाते हैं। 2010 में उन्हें कार्डिनल बनाया गया था।
कार्डिनल पीटर टर्कसन (घाना): वेटिकन में "जस्टिस एंड पीस" काउंसिल के प्रमुख रह चुके हैं। अफ्रीका से पोप बनने की उम्मीद जगाने वाले प्रमुख नाम हैं।
कार्डिनल लुइस एंटोनियो टैगले (फिलीपींस): एशिया से आने वाले इस उम्मीदवार की लोकप्रियता और गरीबों के लिए उनकी प्रतिबद्धता, पोप फ्रांसिस की विचारधारा से मेल खाती है। वे चर्च को वैश्विक स्तर पर अधिक समावेशी बना सकते हैं।
अन्य संभावित नाम
चर्च की गहराई से जुड़े कुछ और कार्डिनल्स जो पोप बनने की रेस में माने जा रहे हैं:
गेरहार्ड मुलर (जर्मनी): धार्मिक सिद्धांतों के गहरे जानकार हैं।
एंजेलो स्कोला (इटली): मिलान के पूर्व आर्चबिशप।
एंजेलो बैग्नास्को (इटली): यूरोपीय बिशप्स के प्रमुख रह चुके हैं।
रॉबर्ट सारा (गिनी): पश्चिम अफ्रीका से हैं और मजबूत पारंपरिक विचार रखते हैं।